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मिजोरम : कांग्रेस ने उपचुनाव से पहले नेतृत्व में किया बड़ा फेरबदल, एमपीसीसी के नए उपाध्यक्ष की हुई नियुक्त

मिजोरम में आगामी उपचुनावों की तैयारी तेज हो गई है। राज्य की सत्ताधारी जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों ने अपनी रणनीति तेज कर दी है

मिजोरम : कांग्रेस ने उपचुनाव से पहले नेतृत्व में किया बड़ा फेरबदल, एमपीसीसी के नए उपाध्यक्ष की हुई नियुक्त
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मिजोरम कांग्रेस ने उपचुनाव से पहले नेतृत्व में किया बड़ा बदलाव

आईजॉल। मिजोरम में आगामी उपचुनावों की तैयारी तेज हो गई है। राज्य की सत्ताधारी जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों ने अपनी रणनीति तेज कर दी है।

इसी कड़ी में मिजोरम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) ने पार्टी को मजबूत बनाने के लिए नेतृत्व में महत्वपूर्ण फेरबदल किया है। पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता जॉन रोटलुआंगलियाना को एमपीसीसी का नया उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह फैसला पार्टी को राज्य की राजनीति में फिर से मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।

एमपीसीसी अध्यक्ष लाल थंजारा ने इस नियुक्ति की आधिकारिक घोषणा की। उन्होंने कहा, "पार्टी को मजबूत करने के निरंतर प्रयासों के तहत यह कदम उठाया गया है। जॉन रोटलुआंगलियाना का अनुभव और समर्पण हमें उपचुनाव में सफलता दिलाने में मदद करेगा।"

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, 62 वर्षीय जॉन रोटलुआंगलियाना लंबे समय से कांग्रेस के साथ जुड़े हुए हैं। वे 2008 और 2013 के विधानसभा चुनावों में ममित निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। विधायक रहते हुए उन्होंने कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं। इनमें मिजोरम विधानसभा के उपाध्यक्ष के अलावा खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री, परिवहन मंत्री तथा पर्यटन मंत्री जैसे प्रमुख पद शामिल हैं।

वर्तमान में वे पार्टी के सलाहकार के रूप में सक्रिय हैं। उनकी नियुक्ति से पार्टी के युवा नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह है।

वहीं, एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने बताया, "जॉन सर का राजनीतिक सफर प्रेरणादायक है। वे हमेशा जनहित के मुद्दों पर सक्रिय रहे हैं। यह बदलाव पार्टी की एकजुटता को बढ़ाएगा।"

बता दें कि मिजोरम की राजनीति में कांग्रेस का इतिहास उपलब्धियों से भरा रहा है। 2013 के चुनाव में पार्टी ने 34 सीटें जीतकर भारी बहुमत हासिल किया था, लेकिन 2018 और 2023 के चुनाव में जोरमथंगा के नेतृत्व वाली मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) और फिर लालदुहोमा की जेडपीएम ने सत्ता हथिया ली। 2023 में हुए चुनाव में कांग्रेस केवल एक सीट तक सिमट गई थी।


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