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मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर जताई नाराजगी, कहा-देश में कट्टरपंथी सोच को बढ़ावा देने से होगा भारी नुकसान

ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि देश पहले से ही कई तरह की कट्टरपंथी विचारधाराओं और आतंकवाद से जूझ रहा है। ऐसे में किसी भी व्यक्ति या संगठन द्वारा समाज में नई कट्टरपंथी सोच को बढ़ावा देना नुकसानदायक होगा

मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर जताई नाराजगी, कहा-देश में कट्टरपंथी सोच को बढ़ावा देने से होगा भारी नुकसान
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देश में कट्टरपंथी सोच को बढ़ावा देने से होगा नुकसान: मौलाना शहाबुद्दीन रजवी

लखनऊ। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि देश पहले से ही कई तरह की कट्टरपंथी विचारधाराओं और आतंकवाद से जूझ रहा है। ऐसे में किसी भी व्यक्ति या संगठन द्वारा समाज में नई कट्टरपंथी सोच को बढ़ावा देना नुकसानदायक होगा।

मौलाना रजवी ने रविवार को कहा कि झारखंड और छत्तीसगढ़ में माओवादी हिंसा और उत्पात मचा रहे हैं। मणिपुर और असम जैसे राज्यों में उग्रवादी संगठन अलगाववादी मांगों को लेकर लगातार हमले कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि में यदि कोई संगठन या समुदाय कट्टरपंथी विचारधारा को हवा देगा तो इससे देश की एकता और शांति को गहरी चोट पहुंचेगी।

उन्होंने कहा कि दुखद यह है कि कुछ मुस्लिम संगठन और चंद लोग भी कट्टरपंथी सोच को फैलाकर देश का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। उन्होंने पंडित धीरेंद्र शास्त्री के हालिया बयान को राष्ट्रविरोधी मानसिकता को बल देने वाला बताया।

मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री कट्टरपंथी विचारधारा वाली महिलाओं की फौज तैयार करने की बात कर रहे हैं। इस तरह का कदम देश में अफरातफरी और अशांति का कारण बनेगा और दूसरे कट्टरपंथी संगठनों को भी हौसला मिलेगा। इससे समाज में नफरत और विभाजन का खतरा और बढ़ जाएगा, जिसका सीधा नुकसान देश की सामाजिक संरचना और सद्भाव को होगा।

मौलाना रजवी ने स्पष्ट कहा कि हर व्यक्ति को, चाहे वह हिंदू हो या मुसलमान, अपने धर्म पर पूरी निष्ठा के साथ कायम रहना चाहिए। कोई भी धर्म अपने अनुयायियों को आपस में लड़ने-झगड़ने या फसाद फैलाने की शिक्षा नहीं देता।

उन्होंने कहा कि अच्छा इंसान वही है, जो अपने धर्म के उसूलों और सिद्धांतों पर अमल करे, न कि दूसरों को परेशान करे। देश की एकता और विकास के लिए यह जरूरी है कि सभी लोग कट्टरपंथ और नफरत की राजनीति से दूर रहकर आपसी सद्भाव बनाए रखें।


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