Top
Begin typing your search above and press return to search.

हरियाणा कांग्रेस में बड़ा बदलाव : राव नरेंद्र सिंह अध्यक्ष, हुड्डा को विधायक दल की कमान

कांग्रेस ने हरियाणा संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए दो अहम नियुक्तियों की घोषणा की है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की ओर से जारी आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष ने राव नरेंद्र सिंह को हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एचपीसीसी) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है

हरियाणा कांग्रेस में बड़ा बदलाव : राव नरेंद्र सिंह अध्यक्ष, हुड्डा को विधायक दल की कमान
X

कांग्रेस की नई रणनीति: हरियाणा और केरल में संगठनात्मक फेरबदल

  • राव नरेंद्र सिंह को प्रदेश अध्यक्ष, हुड्डा को मिला नेतृत्व का जिम्मा
  • हरियाणा कांग्रेस में नई टीम, संगठन को मजबूत करने की तैयारी
  • वायनाड और हरियाणा में कांग्रेस का पुनर्गठन, गुटबाजी पर लगाम की कोशिश

नई दिल्ली। कांग्रेस ने हरियाणा संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए दो अहम नियुक्तियों की घोषणा की है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की ओर से जारी आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष ने राव नरेंद्र सिंह को हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एचपीसीसी) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू है।

इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष ने हरियाणा कांग्रेस विधायक दल के नए नेता के रूप में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की नियुक्ति को भी स्वीकृति दी है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं और राज्य में पार्टी के वरिष्ठ और अनुभवी नेता माने जाते हैं।

कांग्रेस पार्टी ने इस अवसर पर निवर्तमान पीसीसी अध्यक्ष उदय भान के योगदान की सराहना करते हुए उनके नेतृत्व में पार्टी द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा की।

यह दोनों नियुक्तियां पार्टी की रणनीतिक दिशा और राज्य में संगठन को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही हैं।

इससे पहले 26 सितंबर को कांग्रेस पार्टी ने केरल के वायनाड जिला कांग्रेस कमेटी (डीसीसी) में बड़ा बदलाव करते हुए संगठनात्मक स्तर पर नई नियुक्तियों की घोषणा की थी। कांग्रेस अध्यक्ष ने एडवोकेट टीजे इसाक को वायनाड जिला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष के रूप में तत्काल प्रभाव से नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी और एनडी अप्पाचन को केरल से एआईसीसी का सह-मनोनित सदस्य नियुक्त किया गया था।

सूत्रों के अनुसार, वायनाड कांग्रेस इकाई में आंतरिक गुटबाजी और नेतृत्व संघर्ष के चलते संगठन में असंतोष का माहौल था। इसके चलते एनडी अप्पाचन ने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला लिया था। हालांकि, अप्पाचन ने खुद मीडिया से बातचीत में इस बात की पुष्टि करते हुए कहा था कि उन्होंने पार्टी को अपने इस्तीफे की जानकारी दे दी है और अब यह केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) पर निर्भर है कि वह इसे स्वीकार करती है या नहीं।

हालांकि, अप्पाचन को संगठन से अलग नहीं किया गया और कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें एआईसीसी में सह-मनोनित सदस्य बनाकर सम्मानजनक ढंग से नई जिम्मेदारी दी।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it