चुनाव की रणनीति तय करने के लिए इंडी गठबंधन की बैठक जरूरी : उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं

मुंबई। महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। महायुति और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने इस चुनाव के लिए अपनी-अपनी तैयारी तेज कर दी है। इस बीच इंडी गठबंधन को लेकर शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बड़ा बयान दिया।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि चुनाव की रणनीति पर इंडी गठबंधन की बैठक जरूरी है। अब तक इंडी गठबंधन की कोई औपचारिक बैठक नहीं हुई है, जबकि बिहार समेत कई राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। महाराष्ट्र में भी नगर पालिका और जिला परिषद के चुनाव नजदीक हैं। ऐसे में इंडिया ब्लॉक के घटक दलों के बीच एक ठोस रणनीति तय करने के लिए बैठक जल्द से जल्द होनी चाहिए।
उन्होंने बैलेट पेपर से चुनाव कराने की पैरवी करते हुए कहा कि मैं भी यह कहना चाहता हूं कि देश में हर चुनाव बैलेट पेपर से ही कराया जाना चाहिए। जब ब्रिटेन जैसे देश में आज भी बैलेट पेपर से चुनाव होते हैं तो हमारे यहां चुनाव के लिए ईवीएम पर ही क्यों जोर दिया जाता है? लोकतंत्र की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए यह बदलाव जरूरी है।
बता दें कि इससे पहले उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए विशेष जन सुरक्षा बिल को भयानक बताया था। उन्होंने कहा था कि सरकार की कथनी और करनी में फर्क है। इस बिल को लेकर मैंने कहा कि कहीं भी दहशतवाद और आतंकवाद का जिक्र नहीं है। इसलिए मेरा ऐसा मानना है कि कभी भी आम जनता को उठाकर जेल में डाला जा सकता है, जो अब तक चलते आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि इसका नाम जन सुरक्षा बिल से बदलकर भाजपा सुरक्षा बिल कर देना चाहिए, क्योंकि भाजपा के खिलाफ जो बोलेगा वह उनको देशद्रोही लगता है। हमने कहा कि हम इस बिल का समर्थन करेंगे, लेकिन आप पहले इस बिल में दो-तीन शब्दों का संशोधन करें। पहले आप इस बिल में नक्सलवाद और देशद्रोही जैसे शब्दों का जिक्र करें, उसके बाद फिर से बिल लाइए, हम उसका समर्थन करेंगे।


