चिराग पासवान के पास अभी राजनीति का पर्याप्त अनुभव नहीं : जीतनराम मांझी
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान की ओर से बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने पर प्रतिक्रिया दी है

नई दिल्ली। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान की ओर से बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान को अभी राजनीति में लंबा अनुभव लेना बाकी है।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के पिता रामविलास पासवान भी हमारे साथ काम कर चुके थे। उनका राजनीति में लंबा अनुभव रहा। वह केंद्र में कई बार मंत्री रहे। अब रामविलास पासवान के देहांत के बाद चिराग पासवान ने सक्रिय रूप में राजनीति में हिस्सा लिया है। इससे पहले वे सिनेमा में अभिनय किया करते थे। मौजूदा समय में उन्होंने कुछ विषयों पर जिस तरह की प्रतिक्रिया दी है, उससे कहा जा सकता है कि चिराग में राजनीति को लेकर परिपक्वता आनी अभी बाकी है। अगर उन्हें राजनीति में पर्याप्त अनुभव होता तो वह निश्चित तौर पर अपनी ही एनडीए सरकार पर इस तरह का सवाल नहीं उठा रहे होते।
जीतन राम मांझी ने कहा कि मैं लंबे समय से राजनीति में हूं। लेकिन, जिस तरह की स्थिति बिहार में अभी बनी हुई है, वैसी पहले कभी नहीं थी। पहले अपराधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती थी। लेकिन, आज स्थिति अलग है। आज अपराधियों के खिलाफ फौरन कार्रवाई होती है। उन्होंने हाल ही में कारोबारियों की हत्या पर भी जिक्र किया और कहा कि इस प्रकरण में संलिप्त आरोपी का फौरन एनकाउंटर किया गया। अब अपराधियों के खिलाफ बिल्कुल भी कोताही नहीं बरती जाएगी। आज की सरकार अपराधियों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ती है।
उन्होंने कहा कि 2005 में पहले अपराधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती थी। प्रशासन के लोग भी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त थे। लेकिन, आज ऐसा नहीं है। आज हमारी सरकार अपराधियों को लेकर सख्त नीति पर काम कर रही है। मैंने अपने राजनीतिक करियर में कभी नहीं देखा कि अपराधियों के खिलाफ इस तरह का एनकाउंटर किया गया हो।
इसके अलावा, 18 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी मोतिहारी जिले में जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। इस पर जीतन राम मांझी ने कहा कि जब कभी-भी प्रधानमंत्री बिहार गए हैं, तो उन्होंने वहां पर कई सौगातें दी हैं। कुछ तकनीकी कारणों की वजह से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल पाया है। लेकिन, हमारी सरकार बिहार में विकास की गति को तीव्र करने की दिशा में हर संभव प्रयास कर रही है। नीतीश कुमार बिहार में नौकरियों की बहार लगा रहे हैं। बिहार में कई तरह के विकास से संबंधित काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी बिहार में कई तरह की सौगातें देने जा रहे हैं। इससे विपक्ष के लोग घबरा गए हैं। विपक्ष को इस बात का डर है कि जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी बिहार में विकास से संबंधित काम में तेजी ला रहे हैं, उससे आने वाले विधानसभा चुनाव में उनका पत्ता कटना तय है।


