दल बदल करने वालों की राजनीतिक सदस्यता समाप्त कर देनी चाहिए : हेगड़े
कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष विश्वेस्वर हेगड़े कागेरी ने कहा है कि दलबदल की प्रवृत्ति सही नहीं है, स्वार्थवश दल बदलने वालों की राजनीतिक सदस्यता ही समाप्त कर देनी चाहिए

जयपुर। कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष विश्वेस्वर हेगड़े कागेरी ने कहा है कि दलबदल की प्रवृत्ति सही नहीं है, स्वार्थवश दल बदलने वालों की राजनीतिक सदस्यता ही समाप्त कर देनी चाहिए।
श्री हेगड़े ने राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (राजस्थान शाखा) के तत्वावधान में संविधान की दसवीं अनुसूची के अंतर्गत अध्यक्ष की भूमिका के संबंध में शनिवार को विधानसभा में आयोजित सम्मेलन में कहा कि संसदीय लोकतंत्र में व्यवस्था को नकारा नहीं जा सकता, लेकिन अपने स्वार्थवश दल बदलने वाले शक्स की राजनीतिक सदस्यता ही समाप्त कर देनी चाहिए।
राज्य विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने विधायिका और न्यायपालिका के आपसी संबंधों पर चर्चा करते हुए कहा कि कार्यपालिका में न्यायपालिका का ज्यादा हस्तक्षेप उचित नहीं है। अध्यक्ष पर सभी पक्ष-विपक्ष के राजनीतिक दल विश्वास करते हैं और इसी लिए अध्यक्ष को निष्पक्ष और निर्भीक होकर अपने निर्णय लेना चाहिए।
सम्मेलन में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि हमारी प्रतिबद्धता जनता के प्रति होती है। दलीय व्यवस्था के तहत हम अपने दल के सिद्धांतों और उसके घोषणापत्रों से जुड़े होते हैं। अपने दल के सिद्धांतों और नीतियों के आधार पर ही जनता से वोट मांगते हैं। इस स्थिति में जब कोई स्वार्थवश अपना दल बदलता है तो निश्चित तौर पर यह सही नहीं है।


