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नीति निर्माताओं ने आयुष्मान भारत पर विचार विमर्श किया

आयुष्मान भारत योजना लागू करने पर विचार-विमर्श के लिए एबीएचएस में उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और नीति आयोग जैसे संस्थान भागीदारी करने के लिए एक मंच पर जुटे

नीति निर्माताओं ने आयुष्मान भारत पर विचार विमर्श किया
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नई दिल्ली। आयुष्मान भारत योजना लागू करने पर विचार-विमर्श के लिए आयुष्मान भारत हेल्थकेयर शिखर सम्मेलन (एबीएचएस) में उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और नीति आयोग जैसे संस्थान भागीदारी करने के लिए एक मंच पर जुटे। इस सम्मेलन में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार मुख्य अतिथि थे और उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह सम्मानीय अतिथि के रूप में शामिल हुए।

केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा, "आयुष्मान भारत एक आंदोलन है। इसे व्यापक भागीदारी के माध्यम से सफल बनाया जा सकता है। हमें इस पर सभी को एक साथ मिलकर चलना होगा। हमें एक स्वस्थ, मजबूत, सशक्त भारत-आयुष्मान भारत के लक्ष्य को प्राप्त करना है। आयुष्मान भारत योजना प्रति व्यक्ति पांच लाख रुपये के सरकारी वित्त पोषित स्वास्थ्य बीमा कवर के साथ 10 करोड़ परिवारों और लगभग 60 करोड़ लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए है। यह दुनिया का सबसे बड़ा सरकारी स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम है।"

इंडिया वर्चुअल हॉस्पिटल (आईवीएच) के सीईओ स्वदीप श्रीवास्तव ने आयुष्मान भारत योजना के सम्मेलन की जरूरत पर जोर देते हुए कहा, "आयुष्मान भारत देश में स्वास्थ्य देखभाल नेटवर्क व्यवस्था को बदलने के लिए तैयार है। यह विशाल उपक्रम केवल जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों की सक्रिय भागीदारी के साथ सफल होगा।"

नीति आयोग के सदस्य डॉ. विनोद के. पॉल ने कहा, "आयुष्मान भारत एक व्यापक स्वास्थ्य और कल्याण मिशन है। हम इसके माध्यम से अस्पताल में मरीजों के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना चाहते हैं, लेकिन इससे अधिक हम चाहते हैं कि हम प्राथमिक स्वास्थ्य स्तर पर जन आंदोलन बनें जो भारत को अपने समृद्ध जनसांख्यिकीय लाभांश के पुरस्कारों का फायदा उठाने में मदद करेगा।"

उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, "देश में स्वास्थ्य मंत्रियों के लिए आयुष्मान भारत एक सपना सच होने जैसा है। यह निश्चित रूप से प्राथमिक और माध्यमिक स्वास्थ्य देखभाल स्तर पर असंतुलन को संतुलित करने में हमारी सहायता करेगा। वास्तव में, यह योजना हमें पीपीपी मॉडल के तहत हाल ही में स्थापित 140 से अधिक सीएचसी के माध्यम से राज्य के दूरस्थ कोनों को स्वास्थ्य सेवा देने के हमारे इरादे को समझने में मदद करने में एक लंबा सफर तय करेगी।"

सम्मेलन के अध्यक्ष और बीडब्ल्यू बिजनेसवल्र्ड के सह एडिटर इन चीफ अनुराग बत्रा ने कहा, "हेल्थकेयर राज्य का विषय है। इसलिए चिंता का एक प्रमुख बिंदु राज्य स्तर पर आयुष्मान भारत योजना को लागू करना है। हमने राज्य सरकारों को इस विषय पर अपने विचारों को प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया है जो इस योजना के सुचारु कार्यान्वयन में मदद कर सकते हैं।"


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