खेल प्रतिभाओं के चयन व प्रोत्साहन को बनी नीति : सिसोदिया
दिल्ली के स्कूलों की खेल प्रतिभाओं की सहायता के लिए राज्य सरकार ने एक खेल नीति तैयार की है

नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों की खेल प्रतिभाओं की सहायता के लिए राज्य सरकार ने एक खेल नीति तैयार की है। इसके तहत उभरती खेल प्रतिभाओं को वित्तीय सहायता के साथ-साथ विशेष प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जाएगा। इस नीति का लाभ उन सभी स्कूली छात्र-छात्राओं को मिलेगा जिनके पास दिल्ली में पिछले तीन साल से रहने का कोई सरकारी दस्तावेज हो।
इसके लिए विशेषज्ञों की एक कमेटी बनाई जाएगी जिसमें खेल जगत से जुड़े हुए कम से कम 5 सदस्य होंगे। दिल्ली सचिवालय में आयोजित एक बैठक में नीति पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के समक्ष प्रेजेंटेश्न दिया गया। इस बैठक में अनेक खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों, विशेषज्ञों और स्कूली खेल प्रतिभाओं के साथ-साथ शिक्षा एवं खेल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। नीति के तहत 14 साल तक के विद्यार्थियों को सालाना तौर पर दो लाख रुपये की वित्तीय सहायता मुहैया कराई जाएगी जबकि 14 साल से ऊपर के विद्यार्थी को सहायता के रूप में तीन लाख रुपये सालाना दिए जाएंगे।
विशेषज्ञों की कमेटी कुछ मामलों में वित्तीय सहायता बढ़ा भी सकती है। ये वित्तीय सहायता खेल प्रतिभाओं को सीधे तौर पर उपलब्ध कराई जाएगी। वित्तीय सहायता के अतिरिक्त खेल प्रतिभाओं को विशेष सहायता भी दी जाएगी। इस योजना के तहत चयनित प्रतिभाओं को प्रशिक्षण सहायताए चिकित्सा सहायता और बीमा सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी।
प्रस्ताव के मुताबिक प्रत्येक खेल प्रतिभा को शुरू में दो साल तक के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी और फिर उसके प्रदर्शन की एक समीक्षा की जाएगी और उसके बाद सहायता जारी रखने पर फैसला लिया जाएगा। इस नीति के तहत उभरती हुई खेल प्रतिभाओं को विशेष तरह की सहायता उपलब्ध कराने के लिए पूरी दिल्ली में सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस खोले जाएंगे जिनमें अच्छे कोच, फिजियोथेरैपिस्ट और न्यूट्रिशनिस्ट के साथ-साथ अनेक बेहतरीन सुविधाएं होंगी।
इस बैठक में मौजूद खिलाड़ियों ने प्रस्ताव को देखा और प्रशंसनीय करार दिया। राज्य सरकार से मंजूरी के लिए बहुत जल्द इस नीति को मंत्रिमंडल के समक्ष रखा जाएगा।


