पुलिस थाने अब कौशल विकास केन्द्रों की तरह काम करेंगे
दिल्ली में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने वाले थाने अब कौशल विकास केन्द्रों की तरह भी काम करेंगे
नयी दिल्ली। दिल्ली में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने वाले थाने अब कौशल विकास केन्द्रों की तरह भी काम करेंगे। दिल्ली पुलिस ने केन्द्रीय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के साथ मिलकर ‘युवा कौशल विकास योजना’ की शुरुआत कर इस दिशा में अभिनव पहल की है।
इस योजना के तहत पुलिस द्वारा शुरुआती तौर पर 2269 युवाओं को विभिन्न किस्म के रोजगारों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत कौशल विकास मंत्रालय की ओर से दिल्ली पुलिस के लिए तीन हजार सीटें आरक्षित की गई हैं।
योजना का क्रियान्वय विशेष पुलिस आयुक्त संजय बेनीवाल की देखरेख में किया जा रहा है। श्री बेनीवाल के अनुसार इसके लिए शुरूआती तौर पर दिल्ली के आठ थानों में प्रशिक्षण केन्द्र खोले गए हैं। आने वाले समय में इनका और विस्तार किया जाएगा।
इन केन्द्रों में अभ्यार्थियों को डेटा एन्ट्री, ब्यूटीशियन और कैटरिंग सहित 45 किस्म के रोजगारों मे प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद उन्हें बकायदा सर्टिफिकेट दिए जाएंगे जिनके आधार पर वह कहीं भी रोजगार के लिए आवेदन कर सकेंगे।
पुलिस रोजगार की खोज में भी ऐसे युवाओं की मदद करेगी। प्रशिक्षण में उद्योग संगठन सीआईआई सहित 36 अन्य संगठन और संस्थाएं भागीदारी कर रही हैं जो प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए धन और ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं।
दिल्ली पुलिस की इस अभिनव योजना का शुभारंभ कल केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा किया गया। योजना के सदंर्भ में कोई भी जानकारी पुलिस स्टेशनों से या फिर पुलिस मुख्यालय से हासिल की जा सकती है।


