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बीमार महिला की मित्र बनकर पुलिस ने जिंदगी बचाई

अपराधिक तत्वों के साथ सख्ती से निपटने वाली पुलिस मददगार के तौर पर भी अपनी छवि को निखारने में लगी

बीमार महिला की मित्र बनकर पुलिस ने जिंदगी बचाई
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इटावा। अपराधिक तत्वों के साथ सख्ती से निपटने वाली पुलिस मददगार के तौर पर भी अपनी छवि को निखारने में लगी है। इसका ताजा नमूना इटावा में देखने को मिला जहां बाढ़ में घिरी एक बीमार महिला को पुलिस कर्मियों ने अपने कंधों पर उठा कर तीन किलोमीटर का फासला तय किया और उसे एंबुलेंस तक पहुंचाया।

दरअसल, जिले में चंबल नदी के तट पर बसे कायंछी गांव में 75 साल की बुजुर्ग महिला रूपरानी भदौरिया गंभीर रूप से बीमार हो गई। उसको लेने के लिए एंबुलेंस तो आई लेकिन गांव तक नहीं पहुंच सकी।

इस बात की सूचना भरेह थाना प्रभारी सतीश राठौर को हुई तो वह खुद पुलिस बल के साथ कांयछी गांव पहुंचे और उस महिला को चारपाई पर रख कर के तीन किलोमीटर दूर पैदल सफर करके एंबुलेंस तक पहुंचे। उसके बाद बुजुर्ग को स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए भर्ती कराया जा सका ।

रूपरानी लीवर की बीमारी से काफी दिनो से परेशान थी। चंबल मे बाढ आ जाने के कारण ईलाज के लिए जा नही पाई । गांव का रास्ता बिल्कुल खराब हो चुका है कोई भी वाहन वहॉ तक नही पहुंच सकता है । केवल पैदल ही यात्रा की जा सकती है । रूपरानी को एंबूलेंस से लेकर उनके बेटे फतेहसिंह,धन्नू,हरी और मन्नू लेकर राजपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे जहॉ पर डाक्टरो ने उनको उपचार किया ।

पुलिस की इस दिली मदद के बाद महिला को कहीं ना कहीं समय पर उपचार मिला । अगर समय रहते पुलिस मदद को आगे नहीं आती तो कुछ ना कुछ अनहोनी भी हो सकती थी ।

इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि भरेह थाना पुलिस यह कार्य ना केवल सराहनीय है बल्कि पुलिस की मददगारी छवि को भी उजागर करता है । इसलिए फैसला लिया गया है कि भरेह थाना प्रभारी समेत सभी संबंधित पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर के सम्मानित किया जाएगा ।


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