पुलिस की नजर अब जेल में बंद माफिया व छूटे शूटर पर
मोती गोयल हत्या कांड की थ्यौरी ने पुलिस को दोराहे पर खड़ा कर दिया है। नामजद आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
नोएडा। मोती गोयल हत्या कांड की थ्यौरी ने पुलिस को दोराहे पर खड़ा कर दिया है। नामजद आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जांच में पुलिस का शक किसी ओर तरफ ही इशारा कर रही है। सूत्रों की माने तो पुलिस हत्या की वजह इस जमीन को नहीं बल्कि पुरानी रंजिश मान रही है। यह रंजिश जेल में हो सकती है। हत्यारोपी शॉर्प शूटर है। शूटर का एक भी वार खाली नहीं गया। सात गोली मोती को लगी। लिहाजा पुलिस डासना व लुक्सर जेल से हाल ही में रिहा होकर आए शूटरों की तलाश कर रही है। हत्याकांड में तीनों जनपद के नामी बहुबली भी पुलिस के शक के दायरे में है।
गोयल हत्या मामले में पुलिस अब तक 25 लोगों से पूछताछ कर चुकी है। इसमे साइट पर काम करने वले लोग , गोयल के करीबी के अलावा उसकी व्यापार में सहयोग करने वाले लोग शामिल है। अब तक की पूछताछ में शक किसी और रंजिश की ओर इशारा कर रही है। जबकि नामजद लोग अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। बताया जा रहा है कि इन लोगों की गिरफ्तारी न हो इसके लिए एक तबका लगा हुआ है। वहीं, पुलिस अब जेल से रिहा शूटरों की खंगाल रही है। वहीं, जेल में बंद ऐसे लोग जिनका गोयल के प्रति रवैया सही नहीं था। उनसे जल्द पूछताछ कर सकती है। मामले की जांच के लिए चार टीमे बनाई गई थी। लेकिन अब एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीम भी मामले की जांच कर रही है। इसके अलावा पुलिस सर्विलांस सेल की मदद भी ले रही है। बताते चले पुलिस ने बरौला व भंगेल में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जिसमे बदमाश को दिखे लेकिन उनकी पहचान मुश्किल है। पुलिस के आला अधिकारियों ने बताया कि जिस तरह से हत्या की घटना को अंजाम दिया गया। यह किसी छोटे मोटे बदमाश का काम नहीं। बकायदा शूटरों को हायर किया गया। यह गोली चलाने में माहिर है। पूरे मामले में रेकी भी गई। ऐसे में हर एंजल से जांच की जा रही है।


