यूपी मुठभेड़ के 59 मामलों में से 27 में पुलिस को मिली क्लीनचिट: भाजपा
उच्चतम न्यायालय के उत्तर प्रदेश सरकार से मुठभेड़ मामले में जांच रिपोर्ट तीन महीने में पेश किये जाने के आदेश के बीच भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने कहा है कि प्रदेश में मुठभेड़ के 59 मामलों में से 27 में

लखनऊ। उच्चतम न्यायालय के उत्तर प्रदेश सरकार से मुठभेड़ मामले में जांच रिपोर्ट तीन महीने में पेश किये जाने के आदेश के बीच भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने कहा है कि प्रदेश में मुठभेड़ के 59 मामलों में से 27 में पुलिस को क्लीनचिट मिली है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में प्रदेश पुलिस अपराधियों, माफियाओं और संगठित अपराधियों के सफाये के लिए काम कर रही है।
उन्होने कहा कि न्यायिक जांच के बाद मुठभेड़ों के 59 मामलों में से 27 में पुलिस की भूमिका को सही पाते हुए पुलिस को क्लीनचिट दी जा चुकी है। बाकी मामलों की जांच जारी है।
उन्होने कहा कि पिछले डेढ़ साल के दौरान पुलिस ने उच्चतम न्यायालय की गाइडलाइन्स और मानवाधिकार आयोग के निर्देशों के दायरें में रहते हुए ही आत्मरक्षा और आम लोगों की हिफाजत के लिए अपराधियों के खिलाफ कार्रवाईयां की हैं। इस दौरान हुई मुठभेड़ाें में अपराधियों के मारे जाने से जनता में खुशी है। इन मुठभेड़ाें के दौरान चार पुलिसकर्मी भी शहीद हुए है। इस दौरान 390 पुलिसकर्मी घायल हुए है। इन ताबड़तोड़ कार्रवाईयों से पुलिस का मनोबल बढ़ा हुआ है।
त्रिपाठी ने कहा कि ऐसे में अपराधियों और माफियाओं को संरक्षण देने वाले कुछ संगठन घबरा गये है। ये संगठन राजनीति की आड़ में पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाकर अपराधियों और माफियाओं के मददगार बन रहे हैं। प्रदेश सरकर ऐसे तत्वों के दबाव में नहीं आने वाली है। अपराधी निर्दोष लोगों पर गोलियां चलायेंगे तो उन्हे भी पुलिस की गोलियों का सामना करना पड़ेगा।


