Top
Begin typing your search above and press return to search.

अपने दिलेरों की खातिर पुलिस कमिश्नर ने बनाया 'कोरोना व्हाट्सएप-ग्रुप'

सबकी जिंदगी बचाने के लिए खुद की जिंदगी दांव पर लगाकर जूझ रहे दिल्ली पुलिस के दिलेर खुद को फोर्स से कहीं अलग-थलग न महसूस करने लगें

अपने दिलेरों की खातिर पुलिस कमिश्नर ने बनाया कोरोना व्हाट्सएप-ग्रुप
X

नई दिल्ली। सबकी जिंदगी बचाने के लिए खुद की जिंदगी दांव पर लगाकर जूझ रहे दिल्ली पुलिस के दिलेर खुद को फोर्स से कहीं अलग-थलग न महसूस करने लगें! इसके लिए दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव ने एक व्हाट्सएप ग्रुप बना डाला है।

इस ग्रुप में दिल्ली पुलिस का हर 'कोरोना-कर्मवीर' यानी कोरोना पॉजिटिव मिला जवान शामिल है। सीधे-सीधे पुलिस कमिश्नर के साथ। पुलिस कमिश्नर इन दिलेरों से दिन में जब भी वक्त मिलता है तो, खुद उनकी कुशलक्षेम जरूर पूछते हैं। और पूछते हैं उनसे कि अस्पताल में किसी तरह की कोई परेशानी या फिर किसी चीज की कोई जरूरत तो नहीं?

कुल जमा अगर यह कहा जाए कि कोरोना के कर्मवीरों में महकमे के मुखिया के इस कदम ने नई ऊर्जा का संचार कर दिया है तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। पुलिस कमिश्नर और कोरोना कर्मवीरों के बीच बने इस व्हाट्सएप ग्रुप की चर्चा दिल्ली पुलिस मुख्यालय से लेकर सिपाही-हवलदार तक की जुबान पर है।

सोमवार को दिल्ली पुलिस के दो जवान, कोरोना को हराकर सकुशल घर लौट आए। इन बहादुरों में एक हवलदार सतीश भारद्वाज, एफआरआरओ ब्रांच में और दूसरा सिपाही विकास, मध्य दिल्ली जिला थाना चांदनी महल थाने में तैनात है। हवलदार सतीश भारद्वाज इंदिरा गांधी हवाईअड्डे के इमीग्रेशन काउंटर पर ड्यूटी देते वक्त कोरोना की चपेट में आ गए। कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आते ही इस बहादुर को पहले लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में और उसके बाद गुरुग्राम स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल किया गया था।

सोमवार को शाम के वक्त सतीश भारद्वाज कोरोना को हराकर जब अपनों के बीच लौटे तो, एफआरआरओ (जहां इस हवलदार की पोस्टिंग है) और घर में खुशी का माहौल छा गया।

दिल्ली पुलिस का दूसरा दिलेर मध्य दिल्ली जिले के चांदनी महल थाने में तैनात सिपाही विकास है। इसी थाने से दिल्ली पुलिस में सबसे ज्यादा 12 पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। मध्य जिला डीसीपी संजय भाटिया ने ताबड़तोड़ दिन-रात 18 मसजिदों में छापे डलवाकर 100 से ज्यादा तबलीगी जमात से जुड़े लोगों को तलाश लिया था।

चांदनी महल थाने के इस बहादुर सिपाही के कोरोना को हराकर लौटने की खबर से मध्य दिल्ली जिले में ही नहीं, बल्कि पूरी दिल्ली पुलिस ने खुशी की लहर दौड़ गई। जिसे जैसे बन पड़ा, उसने वैसे इस बहादुर सिपाही का इस्तकबाल किया। चांदनी महल थाने के इस कोरोना कर्मवीर सिपाही के स्वागत के लिए डीसीपी संजय भाटिया स्वयं मातहतों के साथ फूल-माला लेकर खड़े हुए थे।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस में अब तक 22 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव जवान मिल चुके हैं। कोरोना के कहर से मध्य दिल्ली जिले का चांदनी महल थाना तो बुरी तरह प्रभावित हुआ है। यहां सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव जवान मिले हैं। फिलहाल यह थाना जामा मस्जिद थाने से चलाया जा रहा है, क्योंकि यहां के अधिकांश स्टाफ को एहतियातन होम क्वारंटाइन किया जा चुका है।

कोरोना के कहर की चपेट में आए अपने इन बहादुरों के लिए दिल्ली पुलिस ने खजाने का मुंह खोल दिया है। पुलिस आयुक्त श्रीवास्तव ने अपने हर कोरोना पॉजिटिव बहादुर के लिए एक-एक लाख रुपये की त्वरित आर्थिक सहायता का अनुदान जारी भी कर दिया है।

इतना ही नहीं, पुलिस आयुक्त ने बाकायदा इन बहादुरों के हर वक्त करीब रहने के लिए एक व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया है। इस व्हाट्सएप ग्रुप पर सिर्फ और सिर्फ कोरोना की कमर तोड़ने में जुटे रहने के चलते जो जवान पॉजिटिव पाए गए हैं, वे ही जुड़े हैं। यह व्हाट्सएप नंबर सीधे पुलिस कमिश्नर से भी कनेक्ट है। अस्पतालों में दाखिल कोरोना पॉजिटिव दिल्ली पुलिस के इन दिलरों की मानें तो, 'गॉल्फ-वन' यानी पुलिस आयुक्त सच्चिदानंद श्रीवास्तव दिन में जब भी मौका मिलता है तो अपने इन दिलरों की कुशलक्षेम खुद पूछते हैं।

पुलिस आयुक्त का यह व्हाट्सएप नंबर ही इन बहादुरों में अस्पताल के बिस्तर पर पड़े होने के बावजूद नई और ताजा ऊर्जा का संचार करता है। इन्हें जीने का माद्दा देता है, ताकि कहीं इनकी दिलेरी पर कहीं जाने-अनजाने कोई मामूली जख्म तो क्या खरोंच भी न आने पाए।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it