सुंदर भाटी के भाई व भतीजे के घर की हुई कुर्की
जिला न्यायालय के आदेश पर भाजपा नेता सहित तीन लोगों की हत्या के आरोपी सहदेव भाटी, उसके बेटे अनिल भाटी व शेरू भाटी के घर पर शुक्रवार को कुर्की की कार्रवाई हुई

ग्रेटर नोएडा। जिला न्यायालय के आदेश पर भाजपा नेता सहित तीन लोगों की हत्या के आरोपी सहदेव भाटी, उसके बेटे अनिल भाटी व शेरू भाटी के घर पर शुक्रवार को कुर्की की कार्रवाई हुई। सहदेव भाटी जेल में बंद बदमाश सुंदर भाटी का सगा भाई है, जबकि अनिल भाटी भतीजा है।
पुलिस ने दिल्ली के पांडव नगर और ग्रेनो के घंघोला स्थित घर पर एक साथ करीब 6 घंटे तक कार्रवाई करते हुए 5 ट्रकों से कीमती सामान कब्जे में लिया है। इसकी कीमत करीब 10 लाख बताई जा रही है। इसके साथ तीनों आरोपित कोर्ट की तरफ से भगोड़ा भी घोषित कर दिए जाएंगे। अब पुलिस आरोपियों पर इनाम की राशि 50 हजार से बढ़ा कर एक लाख रुपये करने पर विचार कर रही है।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा स्थित बिसरख कोतवाली एरिया में 16 नवम्बर 2017 की शाम करीब 3 बजे तिगरी के सामने 130 मीटर रोड़ पर बाइक सवार बदमाशों ने बहलोलपुर निवासी भाजपा नेता शिव कुमार यादव, निजी गनर रहीसपाल और चालक बलिनाथ की गोली मार कर दिन-दहाड़े हत्या कर दी थी। एसटीएफ ने हत्या का खुलासा करते हुए अरूण यादव सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। पुलिस ने खुलासा किया कि यह हत्या अरूण यादव ने सुंदर भाटी के भतीजे अनिल भाटी से 10 लाख रुपये की सुपारी देकर कराई है।
इस हत्याकांड में नामजद चार अरोपितों की भूमिका नहीं मिलने पर पुलिस ने बाद में इनका नाम एफआईआर से निकाल दिया। पुलिस अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि जेल में बंद सुंदर भाटी के भाई सहदेव भाटी, भतीजा अनिल भाटी पुत्र सहदेव भाटी, शेरू निवासी घंघोला व अमर उर्फ राजकुमार अभी तक फरार हैं।
कार्रवाई के दौरान मचा रहा हड़कंप
पुलिस का कहना है कि कोर्ट के निर्देशानुसार शुक्रवार सुबह नोएडा और ग्रेटर नोएडा के कई थानों की पुलिस की एक टीम अनिल भाटी के दिल्ली के पांडव नगर स्थित घर पहुंची, जबकि दूसरी टीम सहदेव भाटी व शेरू भाटी के घंघोला स्थित घर पहुंची।
दोनों स्थानों से घर में जनरेटर, डबल बेड, सोफा सेट, एसी, फ्रीज, एलईडी टीवी, लोहे व लकड़ी के गेट, बर्तन, गैस चूल्हा, सिलेंडर, कपड़े आदि सामान 5 ट्रकों में भर कर बिसरख कोतवाली लाया गया। इसकी कीमत करीब 10 लाख रुपये है। इस दौरान पुलिस की भीड़ देख कर आसपास के लोगों में हड़कंप मचा रहा। आरोपितों के परिवारीजनों ने किसी तरह का कहीं पर विरोध नहीं जताया और पुलिस ने करीब 6 घंटे तक शांति पूर्वक कार्रवाई को अंजाम दिया।


