Top
Begin typing your search above and press return to search.

नैनीताल में पुलिस ने किया दो फर्जी सीबीआई अधिकारी को गिरफ्तार

उत्तराखंड के नैनीताल में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के दो फर्जी अधिकारी पकड़े गये

नैनीताल में पुलिस ने किया दो फर्जी सीबीआई अधिकारी को गिरफ्तार
X

नैनीताल। उत्तराखंड के नैनीताल में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के दो फर्जी अधिकारी पकड़े गये हैं। दोनों आरोपी सीबीआई के नाम पर दबदबा और सांठगांठ कर बड़ा खेल करने की फिराक में थे। पुलिस ने इससे पहले ही इन्हें गिरफ्तार कर लिया। अदालत ने दोनों को जेल भेज दिया है।

मल्लीताल थाने के प्रभारी अशोक कुमार सिंह ने कहा कि दोनों आरोपी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि दोनों नैनीताल के चार्टनालाज क्षेत्र में रह रहे थे। इन्होंने सीबीआई के फर्जी अधिकारी के तौर पर इलाके में अपना दबदबा बनाया हुआ था। जब पुलिस को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने उन पर निगाह रखनी शुरू कर दी थी।

पुलिस ने इनके ठिकाने पर दबिश दी तो इनसे चौंकाने वाले तथ्य बरामद हुए। दोनों आरोपियों के नाम मोहम्मद आसिफ पुत्र मो. यासिन और उसैद पासा पुत्र अकरम है। इन दोनों ने पहले सीबीआई के नाम पर पुलिस पर रौब जमाना चाहा लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद दोनों टूट गये।

इनके पास से पुलिस को सीबीआई और कस्टम के नाम से कुछ फर्जी दस्तावेज मिले हैं।
सिंह ने कहा कि उसैद पासा के नाम से सीबीआई के पुलिस महानिरीक्षक का फर्जी पहचान पत्र पाया गया है। साथ ही एक नकली वाकी टाकी सेट भी बरामद किया गया है।

सिंह ने आगे बताया कि दोनों आरोपियों से जो प्राथमिक सूचना मिली है उसके अनुसार वे सीबीआई के नाम पर भोलेभाले लोगों से ठगी करना चाहते थे। उनकी नजर कुछ व्यापारियों पर भी थी। आरोपियों ने लोगों को कहा कि वे किसी जांच के सिलसिले में शहर में आये हैं। वे प्रशासन पर भी अपना दबदबा बनाना चाहते थे।

यह भी जानकारी मिली कि दोनों कुमाऊं के आयुक्त राजीव रौतेला से भी सीबीआई के अधिकारी के तौर पर मिले थे। यहीं से इन पर शक पैदा हुआ और पुलिस ने इन पर निगाह रखना शुरू कर दिया।

सिंह ने कहा कि उसैद पासा (20) कम्प्यूटर एवं जानकारी प्रौद्योगिकी में माहिर है। मोहम्मद आसिफ इसी का फायदा उठाना चाहता था।

उसने केन्द्रीय एजेसियों की वेबसाइट से कुछ जानकारी जुटा कर पहले फर्जी दस्तावेज तैयार किये। इसके बाद सीबीआई के पुलिस महानिरीक्षक का फर्जी पहचान पत्र बनाया। यही नहीं इनसे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के नाम से भी कुछ फर्जी दस्तावेज प्राप्त हुए हैं।

उन्होंने कहा कि केन्द्रीय जांच एजेंसियों को भी सूचित कर दिया गया है। सीबीआई भी इनसे पूछताछ कर सकती है। खुफिया विभाग की टीम इनसे पूछताछ कर चुकी हैं। एजेंसियां इनसे पता लगाने में जुटी हैं कि ये किसी बड़ी साजिश के हिस्सा तो नहीं हैं।

फिलहाल इनके खिलाफ भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 109, 419, 467, 468, 471 व 120बी में मामला दर्ज किया गया है। इन्हें आज अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it