मप्र में पुलिस और खाद्य महकमा बरतेगा सख्ती
मध्य प्रदेश में अपराधियों और खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी करने वालों के खिलाफ आगामी दिनों में सख्ती बरती जाएगी

भोपाल। मध्य प्रदेश में अपराधियों और खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी करने वालों के खिलाफ आगामी दिनों में सख्ती बरती जाएगी। इस बात के संकेत कलेक्टर्स-कमिश्नर कॉफ्रेंस में मिले हैं। वहीं जहरीली शराब को लेकर सरकार का रवैया सख्त है और इसको लेकर अफसरों को भी फटकार लगी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस कॉफ्रेंस में कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट गंभीर अपराध है। इसे रोकने के लिए पुलिस, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन मिलकर सख्त कार्यवाही करें। मिलावट से मुक्ति अभियान जारी रहे। दोषियों के विरूद्ध अर्थ-दण्ड अधिरोपित हो।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमारा उद्देश्य यही है कि लोगों को शुद्ध सामग्री मिले और दोषियों के विरूद्ध सख्त कदम उठाए जाएं। जहरीली शराब का विक्रय करने वाले नर पिशाच हैं। इनकी जड़ों पर प्रहार किया जाए। खाने-पीने की वस्तुओं में मिलावट करने के दोषी व्यक्तियों से अर्थ-दण्ड की वसूली कर इनके लायसेंस और पंजीयन भी निलंबित किए जाएं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में मिलावट के विरूद्ध संचालित अभियान, नागरिकों को दिखना भी चाहिए। इससे आमजन के मन में विश्वास जागृत होता है कि मिलावटी खाद्य पदार्थों के मुद्दे पर सरकार मजबूती से काम कर रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मिलावटी खाद्य पदार्थों से संबंधित अपराधों पर ठोस कार्यवाही करने वाले ग्वालियर, इंदौर, मुरैना और खरगोन जिले को बधाई दी।
कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि देश में ईट राइट सिटी प्रतियोगिता में 20 जिले शार्टलिस्ट हुए थे, जिनमें से मध्यप्रदेश के पांच जिले भोपाल, उज्जैन, इंदौर, सागर और जबलपुर शामिल हैं। खाद्य सुरक्षा प्रशासन की उपलब्धियों में मध्यप्रदेश देश में प्रथम है। देश में प्रथम भोग प्रमाणन दरगाह बुरहानपुर की दरगाह ए हकीमी को माना गया है। इसी तरह देश में प्रथम ईट राइट स्कूल के लिए इंदौर के सम्मति हायर सेकेण्ड्री स्कूल का चयन किया गया। देश के प्रथम भोग प्रमाणन मंदिर के रूप में महाकाल मंदिर और देश में प्रथम एयर पोर्ट ईट राइट कैम्पस के लिए राजा भोज एयरपोर्ट भोपाल का चयन किया गया है।


