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पुलिस सम्मान की भी हकदार : अमित शाह

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को यहां देश और दिल्ली की पुलिस की जमकर पीठ थपथपाई और दिल्ली पुलिस को तो उन्होंने हिदुस्तान का गौरव तक कह डाला।

पुलिस सम्मान की भी हकदार : अमित शाह
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नई दिल्ली | केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को यहां देश और दिल्ली की पुलिस की जमकर पीठ थपथपाई और दिल्ली पुलिस को तो उन्होंने हिदुस्तान का गौरव तक कह डाला। उन्होंने उम्मीद भी जताई कि दिल्ली पुलिस अपने इस गौरव को कायम रखेगी।

शाह ने कहा, "दिल्ली पुलिस सिर्फ दिल्ली का ही नहीं, वरन अंतर्राष्ट्रीय पटल पर हिंदुस्तान का गौरव है। दिल्ली पुलिस वर्ष 1950 से अब तक लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की सीख पर चल रही है। जोकि एक मिसाल है। उम्मीद है कि लौह पुरुष की सीख को दिल्ली पुलिस कभी धूमिल नहीं होने देगी।"

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दिल्ली पुलिस के 73वें स्थापना दिवस समारोह में बोल रहे थे। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे शाह ने कहा, "दिल्ली पुलिस की स्थापना स्वयं लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने वर्ष 1950 में की थी। तब वल्लभ भाई पटेल ने कहा था कि दिल्ली पुलिस को शांत रह कर काम करना होगा।"

दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश पुलिस के जवानों की सलामी लेने के बाद शाह ने पुलिस और अर्धसैनिक बल प्रमुखों व कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा, "देश के पहले केंद्रीय गृहमंत्री सरदार पटेल की हर इच्छा पर दिल्ली पुलिस आज तक खरा ही उतरती रही है। भले ही हालात कितने भी विपरीत क्यों न सामने आकर खड़े हुए हों। विपरीत हालातों का ताजा उदाहरण बीता साल (वर्ष 2019) रहा।"

गृहमंत्री ने अपने भाषण के दौरान कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र किया। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी अक्सर कहते हैं कि पुलिस हमारी सुरक्षा के लिए होती है। हर वक्त उसकी आलोचना ही नहीं करते रहना चाहिए। पुलिस हर किसी की दुश्मन नहीं हो सकती। हां, पुलिस हर किसी की दोस्त जरूर होती है।" शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री के ये बोल बेहद प्रेरणादयी और हकीकत से ओत-प्रोत हैं।

शाह ने इस अवसर पर शहीद जवानों को भी याद किया। उन्होंने कहा, "जब कभी भी पुलिस की आलोचना करो या सुनो तो यह मत भूलना कि आजादी के बाद से अब तक हिंदुस्तान की पुलिस के करीब 35 हजार जवान हमारी-आपकी-देश की आन-बान-शान की रक्षा में प्राणों की आहूति दे चुके हैं। आपकी-हमारी हर त्योहार पर खुशी की खातिर ही अपनी और अपने परिवार की खुशियां भूलकर पुलिस ड्यूटी पर मुस्तैद रहती है। वह सम्मान की भी हकदार है।"

केंद्रीय गृहमंत्री ने आगे कहा, "अगर पुलिस इस कदर अपना सर्वस्व न्योछावर करती है तो फिर सम्मान की पहली हकदार भी पुलिस ही है।"

देश की पुलिस को समर्पित करीब 20 मिनट के अपने भाषण में अमित शाह ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने देश के शहीद 35 हजार पुलिसकर्मियों के सम्मान में ही पुलिस स्मारक की स्थापना की है। जब भी कोई दिल्ली आए तो एक बार पुलिस स्मारक जरूर जाए। हमारी हिफाजत में खुद की जान गंवा चुके शहीद पुलिस वालों के प्रति यही हमारी-आपकी सच्ची श्रद्धांजिल होगी।"

केंद्रीय गृहमंत्री ने आगे कहा, "अगर दिल्ली पुलिस के पांच जवान 13 दिसंबर, 2001 को अपने प्राणों की आहूति ना देते, तो शायद उस दिन देश की सबसे बड़ी पंचायत यानी संसद से पवित्र मंदिर की अस्मिता तार-तार हो चुकी होती।"

इस अवसर पर अमित शाह ने बाटला हाउस में शहीद होने वाले जांबाज इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा की शहादत का भी खुले मन से जिक्र किया। शहीद मोहन चंद्र शर्मा को केंद्रीय गृहमंत्री ने देश की पुलिस का प्रेरणास्रोत बताया।

इस अवसर पर शाह ने कई आईपीएस अधिकारियों और पुलिस के जवानों को पदक देकर सम्मानित भी किया।


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