जामिया में पुलिस कार्रवाई की होनी चाहिए जांच : कांग्रेस
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि जामिया मिल्लिया में पुलिस ने विश्वविद्यालय परिसर में घुसकर निर्दोष छात्रों पर अत्याचार किया है और इस मामले की जांच होनी चाहिए

नई दिल्ली। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि जामिया मिल्लिया में पुलिस ने विश्वविद्यालय परिसर में घुसकर निर्दोष छात्रों पर अत्याचार किया है और इस मामले की जांच होनी चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा तथा रागनी नायक ने पार्टी मुख्यालय में आज यहां देर रात पत्रकारों से बातचीत में इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि जिस तरह की तस्वीरें आ रही हैं वे विचलित करती हैं और पुलिस बर्बरता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि इस तरह की स्थिति उन्होंने कभी नहीं देखी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बार-बार विश्वविद्यालयों को राजनीति का अखाड़ा बनाया जा रहा है हैदराबाद, इलाहाबाद, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के बाद जामिया मिल्लिया विश्वविद्यायल को निशाना बनाया गया है।
कांग्रेस ने जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ पुलिस कारवाई की निंदा करते हुए रविवार को गृह मंत्रालय से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की।
इससे पहले कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने ट्वीट किया “जामिया मिल्लिया में निर्दोष छात्रों के साथ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की मैं कड़ी निंदा करता हूँ। मैं सभी से संयम बरतने और शांति बनाये रखने की अपील करता हूं।”
उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथा गृह मंत्रालय से मामले में तत्काल हस्तक्षेप कर स्थिति का शांतिपूर्ण हाल निकालने का आग्रह किया है।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने भी पुलिस कार्रवाई की निंदा की है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने कुलपति के अनुमति के बिना जामिया में प्रवेश किया। विश्वविद्यालय प्रशासन की अनुमति के बिना पुलिस शिक्षण संस्थान में प्रवेश नहीं कर सकती। इसलिए इस मामले में पुलिस खुद दोषी है। उन्होने कहा उन्होंने संसद से आग्रह किया था कि नागरिकता संशोधन विधेयक सरकार न लाये। इससे स्थिति तनावपूर्ण हो जाएगी और यही हो रहा है।


