कवि विजय नामबिसन का निधन
अखिल भारतीय काव्य प्रतियोगिता के पहलेे विजेता तथा जेमिनी काव्य संग्रह के सह-लेखक एवं कवि विजय नामबिसन का कल रात निधन हो गया
चेन्नई। अखिल भारतीय काव्य प्रतियोगिता के पहलेे विजेता तथा जेमिनी काव्य संग्रह के सह-लेखक एवं कवि विजय नामबिसन का कल रात निधन हो गया। विजय लंबे समय से बीमार थे।
वह 54 वर्ष के थे। अपनी किताब ‘लैंगवज एज एन एथिक’ में उन्होंने पाठकों तथा लेखकों से नैतिक भाषा के इस्तेमाल करने की अपील की थी। अखिल भारतीय काव्य प्रतियोगिता तथा ब्रिटिश परिषद के तरफ से विजय को उनकी कविता ‘मद्रास’ के लिए पुरस्कृत किया गया था।
इस कविता के लिए उनके आलोचकों से भी उन्हें सराहना मिली थी। आईआईटी से पढ़े विजय ने पूनथनाम और मेलपाथुर नारायण भट्टातिरी जैसे धार्मिक कविता संग्रहों का भी अनुवाद किया।
विजय की धर्मपत्नी कावेरी नामबिसान भी एक प्रसिद्ध लेखिका हैं। मैन एसियन लिट्ररी पुरस्कार 2008 में उनकी किताबें जैसे ‘दी सेंट आॅफ पिप्पर,‘द ट्रूथ अबाउट भारत,‘दी स्टोरी मस्ट नॉट बी टोल्ड पुरस्कार के लिए नामित हुयी थीं। विजय के निधन पर थयाली, रामचंद्र गुहा अादि लेखकों ने ट्विटर पर शोक व्यक्त किया है।


