पीएमजीकेएवाई : दिल्ली, पश्चिम बंगाल में नहीं बटा मई महीने का अनाज
कोरोनावायरस संक्रमण से मिल रही आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने जो 1.70 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की थी

नई दिल्ली | केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने शुक्रवार को बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत दिल्ली और पश्चिम बंगाल में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लाभार्थियों को अब तक मई महीने का कुछ भी अनाज नहीं मिल पाया है।
मोदी सरकार की दूसरी पारी में एक साल के दौरान मंत्रालय की उपलब्धियों को लेकर यहां वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए संवाददाताओं से बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कोरोना महामारी के मौजूदा संकट काल में देश में कोई भूखा न रहे इसके लिए केंद्र सरकार ने गरीबों को मुफ्त अनाज बांटने की योजना चलाई है।
कोरोनावायरस संक्रमण से मिल रही आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने जो 1.70 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की थी उसमें पीएमजीकेएवाई के तहत पीडीएस के प्रत्येक लाभार्थी को तीन महीने तक पांच किलो गेहूं या चावल और राशन कार्डधारी प्रत्येक परिवार को एक किलो दाल मुफ्त देने का प्रावधान किया है। केंद्र सरकार ने अनाज वितरण की यह योजना अप्रैल, मई और जून तक के लिए चलाई है।
पीएमजीकेवाई के तहत देश के विभिन्न राज्यों में अप्रैल के बाद मई का भी शतप्रतिशत अनाज वितरण हो चुका है, लेकिन पश्चिम बंगाल और दिल्ली में अब तक मई महीने का अनाज वितरण आरंभ भी नहीं हो पाया है। हालांकि अप्रैल महीने का अनाज दिल्ली में 96 फीसदी जबकि पश्चिम बंगाल में 93 फीसदी बंट चुका है।


