शव की जांच किए बिना दे देते हैं पीएम रिपोर्ट
जिले के एक मात्र मेडिकल कालेज अस्पताल में यहां के चिकित्सक शव को हाथ लगाए बिना ही पोस्टमार्टम करते है, यहां पदस्थ एक चिकित्सक पीएम कक्ष से सौ मीटर दूर ही खड़े होकर पोस्टमार्टम करता है।...

अम्बिकापुर। जिले के एक मात्र मेडिकल कालेज अस्पताल में यहां के चिकित्सक शव को हाथ लगाए बिना ही पोस्टमार्टम करते है, लेकिन इससे भी बड़ी विडंबना यह है कि यहां पदस्थ एक चिकित्सक पीएम कक्ष से सौ मीटर दूर ही खड़े होकर पोस्टमार्टम करता है। सुनने में यह बात जरूर अजीब लगती है परन्तु जब जब उक्त चिकित्सक की ड्यूटी पोस्टमार्टम के लिए लगती है तब यह मंजर साक्षात देखा जा सकता है। गलती से या किसी मजबूरी वश उक्त चिकित्सक को पोस्टमार्टम कक्ष तक भी जाना पड़े तो उसका हाल क्या होता होगा यह तो वही बता सकता है। वहीं मृतक के परिजन भी चिकित्सक के इस करिश्माई अंदाज को देख हैरत में रहते हैं कि यह चिकित्सक शव को छुए बिना ही इतनी दूर से पोस्टमार्टम कैसे कर देता है।
जानकारी के अनुसार शनिवार के दिन की बात करें तो सूरजपुर जिले के ग्राम चंदौरा, गोवर्धनपुर निवासी एक सत्रह वर्षीय किशोरी की पेट दर्द होने से संदिग्ध मौत हो गई थी। मौत की वजह क्या थी इसके लिए पोस्टमार्टम कराया गया। मेडिकल कालेज में उक्त किशोरी के पोस्टमार्टम करने की ड्यूटी डॉ केपी विश्वकर्मा की थी। वहा मौजूद मृतिका के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था वहीं दूसरी तरफ डॉ विश्वकर्मा पीएम कक्ष के सौ मीटर से भी ज्यादा दूरी पर खड़े होकर करिश्माई अंदाज में रिपोर्ट बनाने में लगे थे।
पोस्टमार्टम कक्ष में चीर फाड़ कर रहा स्वीपर चिल्ला-चिल्ला कर स्थिति बताते जा रहा था। इसी दौरान जब मामले में कुछ गड़बड़ी मिली तो चिकित्सक वहां से वापस हो लिए और महिला चिकित्सक की दरकार होने लगी। बाद में महिला चिकित्सक के साथ डॉ विश्वकर्मा पहुंचे और इसे मजबूरी ही कहे कि डॉ विश्वकर्मा को पीएम कक्ष तक जाना पड़ा। यह कोई पहला मामला नहीं। डॉ विश्वकर्मा अकसर किसी भी शव का पोस्टमार्टम अपने इसी अंदाज में करते हैं। समझा जा सकता है कि किस तरह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट उनके द्वारा बनाई जाती होगी। खैर यह तो चीर फाड़ करने वाले जानकार स्वीपर का कमाल है कि उक्त चिकित्सक अभी तक अपनी रिपोर्ट शव को बिना देखे ही बना लेते है, परन्तु ऐसा कब तक चलेगा। क्या किसी संदिग्ध परिस्थिति में रिपोर्ट शव को बिना देखे बनाना सही है या गलत, यह भी एक सवाल बना हुआ है।
जांच होगी-कलेक्टर
चिकित्सक द्वारा सौ मीटर दूर से ही शव को बिना देखे ही सौ मीटर दूर से पोस्टमार्टम किये जाने के सम्बन्ध में सरगुजा कलेक्टर भीम ने कहा है कि अगर ऐसा है तो मैं मामले की जांच कराउंगा।
मैं दिखवाता हूं-डीन
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पीएम कक्ष से 100 मीटर की दूरी पर खड़े होकर पीएम करने वाले चिकित्सक डॉ विश्वकर्मा के संबंध में मेडिकल कॉलेज के डीन पीएम लुका से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि चिकित्सक को पीएम कक्ष के अंदर उपस्थित होकर ही पीएम करना चाहिये। वे बाहर खड़े होकर पीएम कर रहे थे वे अभी अधीक्षक को कहकर मामले को दिखवाता हॅू।
आरोप निराधार
उक्त मामले के संदर्भ में डॉ. केपी विश्वकर्मा ने अपनी सफाई देते हुये कहा कि वे कभी-कभी पीएम कक्ष से दूर खड़े होकर नाम, गांव नोट करते हैं। उन्होंने पीएम कक्ष से 100 मीटर दूर खड़े होकर पीएम करने की बात को कहा कि मैं ऐसा नहीं करता हूॅ।


