किसानों के हितों को चोट नहीं पहुंचने देंगे पीएम मोदी: राजनाथ सिंह
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवंगत नेता से प्रेरणा ली है और वे किसानों के हितों को चोट नहीं पहुंचने देंगे

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवंगत नेता से प्रेरणा ली है और वे किसानों के हितों को चोट नहीं पहुंचने देंगे।
राजनाथ ने ट्वीट्स की एक सीरीज में कहा, "मुझे याद है पूर्व प्रधानमंत्री और देश के सबसे सम्मानित नेता चौधरी चरण सिंह जी की जयंती के अवसर पर मैं उन्हें नमन करता हूं। उन्होंने पूरी जिंदगी किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए और उनके कल्याण के लिए काम किया। देश हमेशा उनके योगदान को याद रखेगा।"
पूर्व प्रधानमंत्री एवं देश के सबसे सम्मानित किसान नेताओं में अग्रणी, चौधरी चरण सिंह जी को उनकी जयंती के अवसर पर मैं स्मरण एवं नमन करता हूँ।
चौधरी साहब आजीवन किसानों की समस्याओं को आवाज़ देते रहे और उनके कल्याण के लिए काम करते रहे। देश उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा।
उन्होंने कहा, "चौधरी चरण सिंह किसानों की आय में बढ़ोतरी, उनकी फसलों के उचित मूल्य और उनके सम्मान की रक्षा करना चाहते थे। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे प्रेरणा लेकर और किसानों के कल्याण के लिए कई कदम उठाए। वे उनके हितों को चोट नहीं पहुंचने देंगे।"
चौधरी चरण सिंह चाहते थे कि देश के किसानों की आमदनी बढ़े, उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य मिले और किसानों का मान सम्मान सुरक्षित रहे।
हमारे प्रधानमंत्री श्री @narendramodi उनकी प्रेरणा से ही किसानों के हित में अनेक कदम उठा रहे हैं। किसानों का वे किसी सूरत में अहित नहीं होने देंगे।
रक्षा मंत्री ने आगे कहा, "आज 'किसान दिवस' के अवसर पर मैं देश के सभी किसानों को शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने देश को खाद्य सुरक्षा प्रदान की है। कुछ किसान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। सरकार उनसे पूरी संवेदनशीलता के साथ बात कर रही है। मुझे उम्मीद है कि वे जल्द ही अपना विरोध वापस लेंगे।"
आज किसान दिवस के अवसर मैं देश के सभी अन्नदाताओं का अभिनंदन करता हूँ। उन्होंने देश को खाद्य सुरक्षा का कवच प्रदान किया है।
कृषि क़ानूनों को लेकर कुछ किसान आंदोलनरत हैं। सरकार उनसे पूरी संवेदनशीलता के साथ बात कर रही है। मैं आशा करता हूँ कि वे जल्द ही अपने आंदोलन को वापिस लेगें।
बता दें कि तीनों कानूनों के विरोध में कई किसान दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 28 दिनों से धरने पर बैठे हैं। केंद्र सरकार और किसान यूनियनों के बीच कई दौर की बातचीत अब तक बेनतीजा रही है।


