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प्रधानमंत्री मोदी बेंगलुरु में पहली सेमीकॉन इंडिया 2022 कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन करेंगे

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 29 अप्रैल को बेंगलुरु में पहली सेमीकॉन इंडिया 2022 कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन करेंगे

प्रधानमंत्री मोदी बेंगलुरु में पहली सेमीकॉन इंडिया 2022 कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन करेंगे
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 29 अप्रैल को बेंगलुरु में पहली सेमीकॉन इंडिया 2022 कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन करेंगे। तीन दिवसीय सम्मेलन सेमीकॉन इंडिया-2022 भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण, सेमीकंडक्टर डिजाइन, विनिर्माण एवं नवाचार में अग्रणी बनाने के लिए आयोजित किया जा रहा है। (22:15)
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि पीएम का विजन भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर की मूल्य श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाना है। बीते 75 साल में पहली बार इस क्षेत्र में तेजी से निर्णायक प्रयास किए गए हैं। सेमीकॉन इंडिया 2022 सम्मेलन दुनिया के सेमीकंडक्टर उद्योग, शोध एवं शिक्षा क्षेत्र के प्रतिभाशाली लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेगा और यह पीएम के भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण और सेमीकंडक्टर उद्योग का वैश्विक हब बनाने के विजन को पूरा करने में एक बड़े कदम के रूप में काम करेगा।

स्टार्टअप्स, शिक्षाविद् और वैश्विक उद्योगपतियों की भागीदारी वाली इसकी संचालन समिति भारत की सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण की महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में सरकार के सहयोगात्मक ²ष्टिकोण का प्रदर्शन करती है।

इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय 29 अप्रैल-01 मई के बीच आईटीसी गार्डनिया, बंगलुरू में सेमीकॉन इंडिया 2022 कॉन्फ्रेंस का आयोजन करेगी। इसकी थीम- डिजाइन एंड मैन्युफैक्च र इन इंडिया, फॉर द वल्र्ड : मेकिंग इंडिया ए सेमीकंडक्टर नेशन है।

इसमें माइक्रोन के सीईओ संजय मेहरोत्रा, कैडेंस के सीईओ अनिरुद्ध देवगन, इंडो-यूएस वेंचर पार्टनर्स के संस्थापक विनोद धाम, एसईएमआई के प्रेसिडेंट अजीत मनोचा, स्टैनफोर्ड के प्रोफेसर इमेरिटस प्रो. आरोग्य स्वामी पॉलराज के भाग लेने का अनुमान है। चंद्रशेखर ने यह भी बताया कि मंत्रालय तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान सेमीकंडक्टर क्षेत्र में भागीदारियों और सहयोग कायम करने के लिए कई एमओयू होने की उम्मीद कर रहा है।

यह सम्मेलन रोडशो की श्रृंखला में पहले रोडशो के रूप में नजर आएगा, जिसे इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जाएगा। सेमीकंडक्टर डिजाइन और विनिर्माण से जुड़े उद्योग और शिक्षा क्षेत्र के वैश्विक विशेषज्ञों एवं सरकार के प्रमुख प्रतिनिधियों के इस कार्यक्रम में भाग लेने का प्रस्ताव है।

इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) को ज्यादा ²श्यता, मजबूती और सफलता दिलाने के क्रम में राजीव चंद्रशेखर ने कार्यकम के दौरान संचालन समिति के सदस्यों की उपस्थिति में उसका 'लोगो' प्रदर्शित किया। समिति के सदस्य वर्चअल रूप में कार्यक्रम से जुड़े थे। 'लोगो' को वाराणसी के प्रशांत मिश्रा ने तैयार किया है, जिन्होंने माईगॉव के द्वारा आयोजित एक क्राउड सोसिर्ंग प्रतियोगिता के माध्यम से भाग लिया था। लोगों से हाथ मिलाने और अंग्रेजी के एस अक्षर के आकार की झलक मिलती है। हाथ मिलाने का मतलब सहयोगात्मक ²ष्टिकोण है और एस का मतलब सेमीकंडक्टर है। इसे एक वेफर शीट पर रखा गया है।

इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) को डिजिटल इंडिया कॉपोर्रेशन के भीतर एक स्वतंत्र बिजनेस डिवीजन के रूप में स्थापित किया गया है, जिसे सेमीकंडक्टर के विकास और सेमीकंडक्टर सुविधाओं और सेमीकंडक्टर डिजाइन इकोसिस्टम के प्रदर्शन के लिए भारत की दीर्घकालिक रणनीतियां बनाने और उन्हें आगे बढ़ाने की प्रशासनिक और वित्तीय स्वायत्तता है। सेमीकंडक्टर और डिसप्ले उद्योग में वैश्विक विशेषज्ञों द्वारा परिकल्पित आईएसएम योजनाओं के कुशल, सुसंगत और सहज कार्यान्वयन के लिए एक नोडल एजेंसी के रूप में काम करेगी।


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