श्रीलंका में कैद मछुआरों की रिहाई के लिए मदद करें पीएम मोदी: पलानीस्वामी
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी ने तमिलनाडु के आठ मछुआरों पर जुर्माना लगाने के श्रीलंका की अदालत के फैसले पर चिंता जतायी है

चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी ने तमिलनाडु के आठ मछुआरों पर जुर्माना लगाने के श्रीलंका की अदालत के फैसले पर चिंता जतायी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में भारत की ओर से कड़ी आपत्ति जताने के लिए विदेश मंत्रालय को निर्देश देने तथा गिरफ्तार किये गए सभी 16 भारतीय मछुआरों की रिहाई की खातिर कदम उठाने की अपील की है।
पलानीस्वामी ने पीएम मोदी को लिखे अर्द्ध सरकारी पत्र में कहा कि श्रीलंका की नौसेना द्वारा मन्नार की खाड़ी से गिरफ्तार किये गए मछुआरों पर श्रीलंका की एक अदालत ने जुर्माना लगाया है।
उन्होंने बताया कि श्रीलंका की नौसेना ने 21 अगस्त को तमिलनाडु के थूथूकुंडी जिला निवासी आठ मछुआरों को नाव सहित गिरफ्तार कर लिया था और श्रीलंका की एक अदालत ने मत्स्य पालन कानून के प्रावधानों के तहत कथित तौर पर श्रीलंका के जल क्षेत्र में मछली पकड़े का दोषी ठहराया है और प्रत्येक पर लगभग 26 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।
अदालत ने कहा है कि जुर्माना नहीं भरने की सूरत में दोषियों को तीन महीने कैद की सजा भुगतनी पड़ेगी।
उन्होंने कहा कि श्रीलंका की अदालत के इस फैसले से तमिलनाडु के मछुआरों के भय का माहौल है। उन्होंंने श्री मोदी से उच्च स्तर पर इस मामले में भारत की ओर से विरोध जताने और बिना किसी जुर्माने या कारावास की सजा के मछुआरों की रिहाई के लिए उच्च स्तर पर प्रभावशाली कदम उठाने की अपील की।
पलानीस्वामी ने कहा,“ मैं आपसे यह भी अनुरोध करता हूं कि श्रीलंका की जेलों में बंद सभी 16 भारतीय मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित कराने के लिए तत्काल कार्रवाई करें।”


