संसद में पीएम मोदी ने गिराई पद की गरिमा: आनंद शर्मा
कांग्रेस ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए संसद में जिस भाषा का इस्तेमाल किया तथा जिस तरह से इतिहास को गलत ढंग से पेश कि

नयी दिल्ली। कांग्रेस ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए संसद में जिस भाषा का इस्तेमाल किया तथा जिस तरह से इतिहास को गलत ढंग से पेश किया उससे इस पद की गरिमा घटी है और पार्टी इसकी निंदा करती है।
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने संसद भवन में पार्टी की नियमित प्रेस ब्रीफिंग में आरोप लगाया कि मोदी ने देश की जनता को गुमराह करने के लिए इतिहास के तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया है।
यह अफसोस की बात है कि प्रधानमंत्री ने संसद में इतिहास का सम्मान नहीं किया और आजादी के इतिहास को सही तरीके से पढे़ बिना इतिहास से जुड़े गलत तथ्य संसद में पेश किए।
उन्होंने कहा कि मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्रियों के बारे में जिन अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है पहले देश के किसी प्रधानमंत्री ने इस तरह की भाषा नहीं बोली और इतिहास को अपमानित नहीं किया।
इसे अफसोसजनक स्थिति बताते हुए उन्होंने कहा कि अच्छा होता कि श्री मोदी सरकार की उपलब्धियों को देश के समक्ष रखते।
उन्होंने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू किस प्रतिभा के नेता थे इसके लिए उनकी दो पुस्तकें ‘विश्व इतिहास की झलक’ और ‘भारत एक खोज’ पढना ही पर्याप्त है।
शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री को महिला आरक्षण विधेयक के बारे में बात करनी चाहिए थी लेकिन उन्होंने इस पर कुछ नहीं बोला और देश को फिर गुमराह करते रहे।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार संकट से उबरने के तरीके नहीं निकाल पा रही है इसलिए मोदी देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं।
उन्होंने राफेल रक्षा सौदे को ‘राजनीतिक भ्रष्टाचार’ करार देते हुए कहा कि मोदी ने पेरिस जाकर खुद इस सौदे में बदलाव किया था और अब देश की जनता काे इस सौदे की जानकारियों को छिपाने का प्रयास कर रही है।


