पीएम मोदी तीन देशों की यात्रा पर रवाना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंडोनेशिया, मलेशिया और सिंगापुर की पांच दिन की यात्रा पर आज रवाना हो गये।

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंडोनेशिया, मलेशिया और सिंगापुर की पांच दिन की यात्रा पर आज रवाना हो गये।
मोदी की इस यात्रा के दौरान तीनों देशों के साथ सामरिक साझेदारी को अधिक सशक्त बनाने की दिशा में कदम उठाये जाएगें। इसके अलावा सिंगापुर के शांगरी-ला डॉयलाॅग में मोदी मुख्य वक्ता के रूप में हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता को लेकर भारत के दृष्टिकोण एवं नीतियों पर प्रकाश डालेंगे।
मोदी ने अपने रवानगी पूर्व वक्तव्य में कहा कि भारत एवं इंडोनेशिया के मज़बूत मैत्रीपूर्ण संबंध हैं और दोनों के बीच गहरे ऐतिहासिक एवं सभ्यतागत संपर्क रहे हैं। दोनों देश बहुजातीय, बहुधर्मी, बहुलतावादी और खुले समाज हैं।
उन्हें विश्वास है कि उनकी इस यात्रा से एशिया के इन दो लोकतांत्रिक देशों के बीच संबंध और बेहतर होंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा है कि उनकी इंडोनेशिया, मलेशिया एवं सिंगापुर की यात्रा से भारत की एक्ट ईस्ट नीति को बल मिलेगा तथा तीनों देशों के साथ भारत के संबंध प्रगाढ़ होंगे।
विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार मोदी पहली बार इंडोनेशिया की यात्रा पर जा रहे हैं। इंडोनेशिया और भारत के बीच रक्षा समझौते के नवीकरण को लेकर बातचीत जारी है और इस यात्रा के दौरान उस पर हस्ताक्षर भी किये जाने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि श्री मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं जिन्हें सिंगापुर के शांगरी-ला डॉयलॉग में मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया है। यह उनकी दूसरी सिंगापुर यात्रा होगी। इससे पहले वह पूर्व प्रधानमंत्री ली क्वान यू के निधन पर शोक व्यक्त करने संक्षिप्त यात्रा पर गये थे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि शांगरी ला डॉयलॉग में श्री मोदी हिन्द प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता को लेकर भारत के दृष्टिकोण एवं नीतियों पर वक्तव्य देंगे।
यात्रा कार्यक्रम के बारे में उन्होंने बताया कि श्री मोदी 29 तारीख को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता पहुंचेंगे और 30 तारीख को उनके औपचारिक स्वागत के बाद सरकारी कार्यक्रम होंगे। वह कालीबाटा कब्रगाह जाएंगे जिसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। राष्ट्रपति जोको विडोडो के साथ एकांत वार्ता के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक होगी। इस दौरान दोनों देशों के बीच विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर एक करार पर हस्ताक्षर किये जाने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि दोनों नेता राष्ट्रीय संग्रहालय भी जाएंगे और पतंग महोत्सव का उद्घाटन करेंगे जो रामायण एवं महाभारत की पृष्ठभूमि पर आधारित होगा। श्री मोदी बाद में इंडोनेशियाई कारोबारियों के सीईओ फोरम में हिस्सा लेंगे तथा प्रवासी भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे।
अधिकारियों के अनुसार प्रधानमंत्री 31 मई को सिंगापुर पहुंचने के पहले संक्षिप्त यात्रा पर मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर पहुंचेंगे और नये प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से शिष्टाचार भेंट करेंगे। सिंगापुर में एक जून को उनका औपचारिक स्वागत किया जाएगा। उसी दिन उनकी प्रधानमंत्री ली सीन लूंग के साथ शिखर बैठक होगी। दोनों देशों के बीच कौशल विकास, रक्षा एवं अंतरिक्ष सहयोग के करार पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। इसके अलावा दोनों देशों के बीच भारत में ढांचागत विकास को लेकर भी सहमति बन सकती है।
मोदी नानयांग प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भी जाएंगे जिसे विश्व में 11वें नंबर का शैक्षणिक संस्थान होने का गौरव हासिल है। श्री मोदी दो जून को चांगी नौसैनिक बेस भी जाएंगे जहां सिंगापुर की यात्रा पर आए भारतीय नौसैनिक पोत आईएनएस सतपुड़ा के अधिकारियों और सिंगापुर के नौसैनिक अधिकारियों से मिलेंगे।


