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कर्नाटक के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी की लोकप्रियता की परीक्षा

कर्नाटक के 28 संसदीय क्षेत्रों में से 14 में गुरुवार को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत मतदान होने वाला है। इसके लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई

कर्नाटक के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी की लोकप्रियता की परीक्षा
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बेंगलुरू। कर्नाटक के 28 संसदीय क्षेत्रों में से 14 में गुरुवार को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत मतदान होने वाला है। इसके लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। करीब 2.43 करोड़ मतदाता मतदान के पात्र हैं जोकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता की परीक्षा लेंगे।

प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी संजय कुमार ने यहां बुधवार को आईएएनएस से कहा, "कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक 14 संसदीय सीटों के 30,164 केंद्र पर निष्पक्ष चुनाव के लिए राज्य के मध्य और दक्षिणी क्षेत्रों में व्यापक व्यवस्था की गई है।"

ये 14 संसदीय क्षेत्र उडुपी-चिकमगलुर, हासन, दक्षिण कन्नड़, चित्रदुर्ग (एससी), तुमकुर, मांड्या, मैसूर, चामराजनगर (एससी), बेंगलुरू ग्रामीण, बेंगलुरू उत्तर, बेंगलुरू मध्य, बेंगलुरू दक्षिण, चिक्काबालापुर और कोलार (एससी) हैं।

बाकी 14 सीटों पर चुनाव 23 अप्रैल को तीसरे चरण में होंगे।

14 सीटों पर होने वाले चुनाव में कुल 2.43 करोड़ मतदाता मतदान के पात्र है, जिनमें से 1.23 करोड़ पुरुष और 1.20 करोड़ महिला मतदाता हैं, जो 241 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। उम्मीदवारों में 15 महिलाएं और 133 निर्दलीय भी शामिल हैं।

चुनाव लड़ रहीं 15 महिलाओं में से केवल उडुपी से भाजपा की प्रत्याशी शोभा करांडलाजे राष्ट्रीय पार्टी से हैं, जबकि सात उम्मीदवार निर्दलीय लड़ रहीं हैं जिनमें अभिनेत्री सुमालता अंबरीश भी शामिल हैं।

कांग्रेस और इसकी सत्तारूढ़ सहयोगी जनता दल सेकुलर (जेडी-एस) ने गुरुवार को होने वाले चुनाव के लिए किसी महिला उम्मीदवार को खड़ा नहीं किया है।

कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक नीलमणि राजू के अनुसार बेंगलुरू ग्रामीण, हासन, मांड्या और तुमकुर संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र है जहां शांतिपूर्ण चुनाव के लिए अतिरिक्त पुलिस बलों को तैनात किया गया है।

राजू ने एक बयान में कहा, "हम 18 अप्रैल और 23 अप्रैल को दो चरणों में होने वाले मतदान के लिए 91,000 पुलिसकर्मियों को तैनात कर रहे हैं।"

संसदीय क्षेत्रों में से बेंगलुरू उत्तर में सबसे ज्यादा 31 उम्मीदवार, बेंगलुरू दक्षिण में 25 उम्मीदवार, बेंगलुरू मध्य, मांड्या और मैसूर से 22-22 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।

2014 लोकसभा चुनावों में इन 14 सीटों में से, भाजपा और कांग्रेस ने 6-6 और जेडी-एस ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की थी।

इस बार इन सीटों से मुख्य पार्टियों कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधे मुकाबला है क्योंकि कांग्रेस ने सीट बंटवारे की व्यवस्था के तहत जेडी-एस के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन किया हुआ है।

राज्य की 28 सीटों में से कांग्रेस ने 21 और जेडी-एस ने सात पर उम्मीदवार उतारे हैं। गुरुवार को होने वाले 14 सीटों के लिए चुनाव में कांग्रेस के 10 और जेडी-एस के चार उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।

भाजपा गुरुवार को होने वाले चुनाव में 13 सीटों पर लड़ रही है, जबकि पार्टी हाई प्रोफाइल मांड्या सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ रही दक्षिण भारत की अभिनेत्री सुमालता अंबरीश (55) को समर्थन दे रही है। जेडी-एस ने यहां से निखिल गौड़ा को उम्मीदवार बनाया है। निखिल राज्य के मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी के बेटे हैं।

बेंगलुरू में तीन संसदीय सीट हैं और यहां भाजपा और कांग्रेस सीधे मुकाबले में है।

भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा दोबारा बेंगलुरू उत्तर से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि दो बार सांसद रहे पी.सी. मोहन बेंगलुरू मध्य सीट से तीसरी बार चुनाव जीतना चाहते हैं।

कांग्रेस ने सदानेंद गौड़ा के खिलाफ अपने राज्य मंत्री कृष्णा बाइरे गौड़ा को उतारा है।

बेंगलुरू दक्षिण से भाजपा ने तेजस्वी सूर्या को मौका दिया है। इस सीट पर दिवंगत भाजपा नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने छह बार जीत दर्ज की थी।


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