पीएम मोदी ने थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चन ओचा से की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां थाइलैंड के प्रधानमंत्री प्रयूत चैन ओचा से मुलाकात कर द्विपक्षीय मसलों पर चर्चा की

काठमांडू। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां थाइलैंड के प्रधानमंत्री प्रयूत चैन ओचा से मुलाकात कर द्विपक्षीय मसलों पर चर्चा की प्रधानमंत्री कार्यालय के एक ट्वीट में कहा गया है“ थाइलैंड के प्रधानमंत्री प्रयूत चैन ओचा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काठमांडू में कईं मसलाें पर बातचीत की और इस बातचीत में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर अधिक ध्यान दिया गया।”
The Prime Minister of Thailand, Mr. Prayuth Chan-ocha and PM @narendramodi held productive talks in Kathmandu. Their discussions focussed on strengthening bilateral cooperation between India and Thailand. pic.twitter.com/WhbvO6cOaj
— PMO India (@PMOIndia) August 31, 2018
गौरतलब है कि कल से यहां दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के सात राष्ट्रों के क्षेत्रीय समूह बिम्स्टेक (बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकॉनोमिक को-ऑपरेशन) का दो दिवसीय सम्मेलन शुरू हुआ। सात देशों के इस समूह में भारत सहित दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) के सदस्य देश बंगलादेश, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, म्यामांर और थाईलैंड भी हैं।
आतंकवाद का मुद्दा बिम्स्टेक देशों के बीच बातचीत का बहुत महत्वपूर्ण विषय है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक ट्वीट कर कहा“ मोदी ने म्यांमार के राष्ट्रपति विन मिंट से इस दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान अनौपचारिक तौर पर बातचीत की। सदियों पुराने संबंध, बातचीत में विकासात्मक सहयोग,ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर सहयोग को लेकर बातचीत।”
Connecting with an important partner from South East Asia. PM @narendramodi had a good meeting with the Prime Minister of Thailand Prayut Chan-o-cha. Leaders exchanged views on further cementing our bilateral relationship. pic.twitter.com/svFUYfm9j1
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) August 31, 2018
कुमार ने एक अन्य ट्वीट में कहा “बिम्सटेक के नेताओं की यहां आज अनौपचारिक बैठक हुई और इसमें बिम्सटेक के उद्देश्यों को हासिल करने करने के लिए सभी नेता आगे आए हैं।” इस सम्मेलन का समापन शुक्रवार को होगा।
गाैरतलब है कि विदेश मंत्रालय के सचिव विजय गोखले ने गुरूवार को इस सम्मेलन की शुरूअात के मौके पर पत्रकारों काे संबोधित करते हुए कहा था “चौथा बिम्सटेक सम्मेलन क्षेत्रीय समूहीकरण के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। यह सम्मेलन ऐतिहासिक होगा अाैर हम उम्मीद करते हैं कि इस सम्मेलन के आयोजन के बाद बिम्सटेक की संस्थागत आधारशिला मजबूत होगी। बिम्सटेक सम्मेलन के लिए घोषणापत्र शुक्रवार को स्वीकार किया जाएगा।”
गोखले ने कहा कि इस सम्मेलन के जरिए क्षेत्रीय समूहीकरण के लिए सकेंद्रित और पुनर्स्थापना की दिशा में आगे बढ़ा जाएगा। “हम बिम्सटेक के लिए एक चार्टर का प्रारूप तैयार करेंगे। अभी तक इसका कोई चार्टर नहीं है। इस चार्टर के आधार पर बिम्सटेक की कार्यप्रणाली, नियम और प्रक्रियाएं तय की जाएंगी।”


