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पीएम मोदी ने वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुवाहाटी में दो दिवसीय 'वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन' का उद्घाटन किया

पीएम मोदी ने वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया
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गुवाहाटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुवाहाटी में दो दिवसीय 'वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन' का उद्घाटन किया और कहा कि गुवाहाटी हवाईअड्डे पर बन रहा नया टर्मिनल आसियान देशों के साथ क्षेत्र के संपर्क को बढ़ाएगा। पूर्वोत्तर में यह इस तरह का पहला सम्मेलन है।

गुवाहाटी के सरुसोजई स्टेडियम में सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात पर खुशी जताई कि बांग्लादेश और भूटान ने अपने वाणिज्यिक दूतावास गुवाहाटी में खोले हैं और उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र भारत की 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' के केंद्र में है।

मोदी ने कहा, "यह पहल केंद्र की भाजपा नीत सरकार द्वारा साढ़े तीन वर्ष पहले की गई थी, जो कि 'अब फलीभूत हो रही है' और सरकार ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में रेल नेटवर्क में सुधार के लिए प्रतिवर्ष 5,300 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।

मोदी ने कहा, "15 नई जगहों पर रेल संपर्क को बढ़ावा देने के लिए 4,700 करोड़ रुपये आवंटित किए गए। जब निकट भविष्य में अगरलता(त्रिपुरा)-अखौरा(बांग्लादेश) के बीच रेल संपर्क हकीकत बन जाएगा, तब इस पूरे क्षेत्र को फायदा होगा।"

गुवाहाटी में वैश्विक निवेशक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने यहां कहा कि इस बैठक की टैगलाइन, 'एडवांटेज असम : इंडियाज एक्सप्रेसवे टू आसियान' बिल्कुल उचित है और यह केवल एक कथन नहीं, बल्कि एक 'समग्र दृष्टिकोण' है।

उन्होंने कहा, "हमारा दृष्टिकोण भारत के पूर्वी भाग का विकास है, क्योंकि देश का तेजी से विकास तभी हो सकता है, जब पूर्वोत्तर राज्यों में रह रहे लोगों का विकास होगा।"

मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर में सड़क व रेलवे का निर्माण काफी तेजी से हो रहा है और बिजली का उत्पादन भी उसी तेजी के साथ किया जा रहा है।

अपने तरह के पहले सम्मेलन में रतन टाटा और मुकेश अंबानी समेत देश के अन्य प्रमुख उद्योगपतियों के भाग लेने की संभावना है।

इस सम्मेलन में आसियान समेत पूरी दुनिया से पांच हजार से ज्यादा प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे अधिकारियों ने कहा कि सम्मेलन के पहले दिन 60 हजार करोड़ रुपये के 250 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।

सम्मेलन में शामिल होने वाले अन्य उद्योगपतियों में आनंद बर्मन(डाबर), सुभाष चंद्रा(एस्सेल ग्रुप और जी), अमर अब्रोल(एयर एशिया इंडिया), रशेश शाह (इडेलवेइस), सुशील गोयनका(इमामी ग्रुप), संजीव पुरी (आईटीसी लिमिटेड), हर्षवर्धन नेवतिया(अंबुजा नेवतिया सीमेंट), बालाकृष्णन गोयनका(वेल्सपुन ग्रुप), नरेश त्रेहन(मेदांता-द मेडिसिटी), फिल्म निर्माता सुभाष घई शामिल हैं।

इस सम्मेलन में 12 क्षेत्रों पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा, जिनमें कृषि और खाद्य प्रसंस्करण- जैविक खेती और बांस, हथकरघा, कपड़ा और हस्तशिल्प, लॉजिस्टिक्स, नदी यातायात और पोर्ट टाउनशिप, आईटी, औषधि और चिकित्सा उपकरण, प्लास्टिक और पेट्रोकेमिकल, ऊर्जा, पर्यटन, हॉस्पिटलिटी और वेलनेस, नागरिक उड्डयन, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और स्टार्ट-अप नवाचार शामिल हैं।

इस सम्मेलन में नितिन गडकरी, सुरेश प्रभु, रविशंकर प्रसाद, स्मृति ईरानी, धर्मेद्र प्रधान, जितेंद्र सिह, किरेन रिजिजू समेत अन्य केंद्रीय नेताओं के शामिल होने की संभावना है।


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