राज्यसभा में बोले पीएम मोदी-"भारत का लोकतंत्र आलोचना के लायक नहीं है"
आज सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में हुई राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे हैं
नई दिल्ली। आज सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में हुई राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे हैं।
LIVE: PM Shri @narendramodi's reply to the motion of thanks on the President's Address in the Rajya Sabha. #PMinRajyaSabha https://t.co/Kj67VyEMjd
— BJP (@BJP4India) February 8, 2021
पीएम मोदी ने अपने भाषण के शुरुआत में ही विपक्ष पर हमलावर दिखाई दिए। उन्होंने देश के लोकतंत्र और राष्ट्रवाद पर बात की। पीएम मोदी ने कहा पूरा विश्व अनेक चुनौतियों से जूझ रहा है। शायद ही किसी ने सोचा होगा कि मानव जाति को ऐसे कठिन दौर से गुजरना होगा, ऐसी चुनौतियों के बीच।
उन्होंने आगे कहा राज्य सभा में करीब 13-14 घंटे तक 50 से अधिक माननीय सदस्यों ने अपने बहुमूल्य विचार रखे। इसलिए मैं सभी आदरणीय सदस्यों का हृदय पूर्वक आभार व्यक्त करता हूं। अनेक चुनौतियों के बीच राष्ट्रपति जी का इस दशका का प्रथम भाषण हुआ। लेकिन ये भी सही है जब पूरे विश्व पटल की तरफ देखते हैं, भारत के युवा मन को देखते हैं तो ऐसा लगता है कि आज भारत सच्चे में एक अवसरों की भूमि है। अनेक अवसर हमारा इंतजार कर रहे हैं।
लोकतंत्र को लेकर पीएम मोदी ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा लोकतंत्र को लेकर यहां काफी उपदेश दिए गए हैं। लेकिन मैं नहीं मानता हूं कि जो बातें यहां बताई गईं हैं, उसमें देश का कोई भी नागरिक भरोसा करेगा। भारत का लोकतंत्र ऐसा नहीं है कि जिसकी खाल हम इस तरह से उधेड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत की जनता की रगों में लोकतंत्र है इसलिए भारत का लोकतंत्र आलोचना के लायक नहीं है।
उन्होंने कहा "हमारा लोकतंत्र किसी भी मायने में वेस्टर्न इंस्टीट्यूशन नहीं है। ये एक ह्यूमन इंस्टीट्यूशन है। भारत का इतिहास लोकतांत्रिक संस्थानों के उदाहरणों से भरा पड़ा है। प्राचीन भारत में 81 गणतंत्रों का वर्णन मिलता है।
"हमारा लोकतंत्र किसी भी मायने में वेस्टर्न इंस्टीट्यूशन नहीं है। ये एक ह्यूमन इंस्टीट्यूशन है।
— BJP (@BJP4India) February 8, 2021
भारत का इतिहास लोकतांत्रिक संस्थानों के उदाहरणों से भरा पड़ा है।
प्राचीन भारत में 81 गणतंत्रों का वर्णन मिलता है।
- पीएम श्री @narendramodi #PMinRajyaSabha pic.twitter.com/l6nxGrVxcj
राष्ट्रवाद पर भी पीएम मोदी ने विपक्ष को घेरा। उन्होंने कहा भारत के राष्ट्रवाद पर चौतरफा हो रहे हमले से आगाह करना जरूरी है। भारत का राष्ट्रवाद न तो संकीर्ण है, न स्वार्थी है, न आक्रामक है। ये सत्यम, शिवम, सुंदरम मूलों से प्रेरित है।" ये वक्तव्य आजाद हिंद फौज की प्रथम सरकार के प्रथम प्रधानमंत्री नेताजी का है।
दुर्भाग्य है कि जाने-अनजाने में हमने नेताजी की भावना को, उनके आदर्शों को भुला दिया है।
— BJP (@BJP4India) February 8, 2021
उसका परिणाम है कि आज हम ही, खुद को कोसने लगे हैं। हमने अपनी युवा पीढ़ी को सिखाया नहीं कि ये देश लोकतंत्र की जननी है। हमें ये बात नई पीढ़ी को सिखानी है।
- पीएम #PMinRajyaSabha pic.twitter.com/FEEP8MFU03
भारत के राष्ट्रवाद पर चौतरफा हो रहे हमले से आगाह करना जरूरी है।
— BJP (@BJP4India) February 8, 2021
भारत का राष्ट्रवाद न तो संकीर्ण है, न स्वार्थी है, न आक्रामक है। ये सत्यम, शिवम, सुंदरम मूलों से प्रेरित है।"
ये वक्तव्य आजाद हिंद फौज की प्रथम सरकार के प्रथम प्रधानमंत्री नेताजी का है।#PMinRajyaSabha
पीएम मोदी ने कोरोना काल पर बोलते हुए कहा भारत ने कोरोना पर जीती जंग, लेकिन विपक्ष मजाक उड़ाता रहा। इस कोरोना काल में भारत ने वैश्विक संबंधों में एक विशिष्ट स्थान बनाया है, वैसे ही भारत ने हमारे फेडरल स्ट्रक्चर को इस कोरोना काल में, हमारी अंतर्भूत ताकत क्या है, संकट के समय हम कैसे मिलकर काम कर सकते हैं, ये केंद्र और रज्य सरकार ने मिलकर कर दिखाया है।
If we become part of the problem, the politics flourish.
— BJP (@BJP4India) February 8, 2021
If we become part of the solution, the nation flourishes.
We will become part of the solution and challenge the issues.
- PM Shri @narendramodi #PMinRajyaSabha pic.twitter.com/lSmyEIFnwr
पीएम मोदी ने किसान आंदोलन को लेकर भी विपक्ष पर निशाना साधा। फिलहाल वह देश के किसान और सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों पर बोल रहे हैं।


