पीएम मोदी ने थाईलैंड, इंडोनेशिया के नेताओं से की द्विपक्षीय मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16वीं भारत-आसियान शिखर बैठक के बाद मेजबान थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान ओचा तथा इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय मुलाकातें कीं

बैंकॉक। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16वीं भारत-आसियान शिखर बैठक के बाद मेजबान थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान ओचा तथा इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय मुलाकातें कीं तथा संपर्क तथा व्यापार एवं निवेश बढ़ाने के बारे में चर्चा की।
Maritime neighbor, all-time friend.
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) November 3, 2019
PM @narendramodi had an engaging conversation with Indonesian President @jokowi building on the convergences between the two countries. Focus on connectivity, trade & investment and Indo-Pacific. pic.twitter.com/r4ZR8f0X1X
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इन मुलाकातों के बाद बताया कि मोदी और थाई प्रधानमंत्री के संपर्क, व्यापार एवं निवेश, रक्षा एवं सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के बारे में विचार-विमर्श किया जबकि श्री विडोडो के साथ श्री मोदी की बातचीत का फोकस संपर्क, व्यापार एवं निवेश तथा हिन्द-प्रशांत क्षेत्र रहा।
कुमार ने बताया कि थाई प्रधानमंत्री के साथ बैठक में दोनों नेताओं ने माना कि भारत अौर थाईलैंड के बीच निरंतर उच्च स्तरीय बैठकों एवं आदान-प्रदान ने संबंधों को गति प्रदान की है। रक्षा एवं सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के इरादे के साथ दोनों पक्षों ने रक्षा उद्योगों में सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया है। द्विपक्षीय कारोबार में गत वर्ष 20 प्रतिशत की वृद्धि पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने अपने-अपने वाणिज्य विभाग के अधिकारियों को निवेश एवं व्यापार में वृद्धि के उपायों पर चर्चा करने के निर्देश दिये।
प्रवक्ता के अनुसार दोनों प्रधानमंत्रियों ने दोनों देशों के बीच परिवहन के क्षेत्र और डिजीटल कनेक्टिविटी बढ़ाने के बारे में चर्चा की। उन्होंने गुवाहाटी एवं बैंकाॅक के बीच सीधी उड़ान शुरू होने और रानोंग बंदरगाह से कोलकाता, चेन्नई और विशाखापट्नम के बीच मालवहन के समझौतों को अंतिम रूप दिये जाने का भी स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के साथ मुलाकात में मोदी ने विडोडो को दूसरे कार्यकाल के शुभारंभ पर शुभकामनाएं एवं बधाई दी और कहा कि भारत दोनों लोकतांत्रिक एवं बहुलतावादी देशों के बीच रक्षा, सुरक्षा, संपर्क, व्यापार और निवेश तथा लोगों के बीच आदान-प्रदान बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने भारत एवं इंडोनेशिया को निकटवर्ती समुद्री पड़ोसी देश बताते हुए समुद्री सहयोग के साझा दृष्टिकोण के आधार पर हिन्द प्रशांत क्षेत्र में शांति, सुरक्षा एवं समृद्धि के लिए मिल कर काम करने का संकल्प लिया। दोनाें नेताओं ने उग्रवाद एवं आतंकवाद के खतरे पर भी चर्चा की और इस बारे में मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की।
प्रवक्ता के अनुसार मोदी ने इंडोनेशिया के साथ द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने खासतौर पर भारतीय कृषि, फार्मास्युटिकल और ऑटोमोटिव उत्पादों की स्थानीय बाज़ार में अधिक पहुंच की जरूरत को रेखांकित किया। प्रधानमंत्री ने इंडोनेशिया में भारतीय कंपनियों के निवेश का हवाला देते हुए इंडोनेशियाई कंपनियों द्वारा भारत में निवेश की जरूरत पर बल दिया। मोदी ने विडोडो को अगले वर्ष किसी समय भारत की यात्रा करने का न्योता दिया जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।


