पीएम मोदी ने देशवासियों को दी मकर संक्रांति, पोंगल और माघ बिहू की बधाई
आज गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को मकर संक्रान्ति, पोंगल और माघ बिहू समेत अन्य त्यौहारों की बधाई और शुभकामनाएं देशवासियों को दी

नई दिल्ली। आज गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को मकर संक्रान्ति, पोंगल और माघ बिहू त्यौहारों की बधाई और शुभकामनाएं देशवासियों को दी। पीएम मोदी ने ट्वीट करके लोगों को बधाई दी और सुरक्षित रहते हुए त्यौहार मनाने की अपील की।
मकर संक्रांति की शुभकामनाएं देते हुए पीएम मोदी ने ट्वीट किया "देशवासियों को मकर संक्रांति की बहुत-बहुत बधाई। मेरी कामना है कि उत्तरायण सूर्यदेव सभी के जीवन में नई ऊर्जा और नए उत्साह का संचार करें।"
देशवासियों को मकर संक्रांति की बहुत-बहुत बधाई। मेरी कामना है कि उत्तरायण सूर्यदेव सभी के जीवन में नई ऊर्जा और नए उत्साह का संचार करें।
Makar Sankranti greetings to everyone.
Makar Sankranti is marked with enthusiasm in several parts of India. This auspicious festival illustrates India’s diversity and the vibrancy of our traditions. It also reaffirms the importance of respecting Mother Nature.
माघ बिहू की बधाई देते हुए पीएम मोदी ने ट्वीट किया "सभी को इस खास त्यौहार की बधाई। आपको आने वाला समय खुशियों से भर जाए। भगवान की कृपा से भाईचारा और प्यार सौहार्द बना रहे।"
Magh Bihu wishes to everyone. May the coming times be filled with happiness. With the blessings of Almighty may there be brotherhood and wellness all around.
पोंगल की बधाई देते हुए लिखा, “ सभी को पोंगल की बधाई, विशेषकर मेरी तमिल बहनों और भाइयों को। यह विशेष पर्व तमिल संस्कृति को सबसे सुंदर ढंग से प्रर्दशित करता है। हमें अच्छे स्वास्थ्य और सफलता का आशीर्वाद मिले। यह त्योहार हमें प्रकृति के साथ सद्भाव से रहने और करुणा की भावना को आगे बढ़ाने के लिए भी प्रेरित करता है।”
પતંગનો ઓચ્છવ મનુષ્યની થનગનતી ઊર્મિઓને વાચા આપનારું પર્વ છે! વર્ષ ૨૦૨૧ની ઉત્તરાયણ આપ સહુ માટે આરોગ્યવર્ધક, ઉત્સાહસભર અને પ્રગતિનાં નવાં સોપાનો સર કરાવનાર બની રહે - હૃદયની શુભેચ્છાઓ..!
Pongal greetings to all, especially my Tamil sisters and brothers. This special festival showcases the best of Tamil culture. May we be blessed with good health and success. May this festival also inspire us to live in harmony with nature and further the spirit of compassion.


