रूस पहुंचे पीएम मोदी, पुतिन से होगी वार्ता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अनौपचारिक सम्मेलन में शिरकत करने के लिए आज रूस पहुंच गए

सोचि। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अनौपचारिक सम्मेलन में शिरकत करने के लिए आज रूस पहुंच गए। इस दौरान वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अनौपचारिक वार्ता करेंगे। मोदी का यह रूस दौरा नौ घंटे का है।
#WATCH Prime Minister Narendra Modi arrives in Russia's Sochi for an informal summit with President Vladimir Putin pic.twitter.com/JgkSVLHG16
— ANI (@ANI) May 21, 2018
Prime Minister Narendra Modi arrives in Russia's Sochi for an informal summit with President Vladimir Putin. pic.twitter.com/DOVVzUyrJE
— ANI (@ANI) May 21, 2018
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा, "सब कुछ 9 घंटों में। उच्चस्तरीय यात्राओं के तहत प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति पुतिन के साथ अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के लिए सोची पहुंचे।"
रवीश कुमार ने कहा, "दोनों नेता प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात करेंगे। इसके बाद बोचेरेव क्रीक में दोपहर का भोजन करेंगे और वार्ता के साथ इस दौरे की समाप्ति होगी।"
नई दिल्ली से रविवार को रवानगी से पहले मोदी ने कहा कि उनकी पुतिन से वार्ता द्विपक्षीय संबंधों को मजबू करने में मदद मिलेगी।
मोदी ने कहा, "मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति पुतिन के साथ वार्ता भारत व रूस के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करेगी।"
Am confident the talks with President Putin will further strengthen the Special and Privileged Strategic Partnership between India and Russia. @KremlinRussia_E @PutinRF_Eng
— Narendra Modi (@narendramodi) May 20, 2018
मोदी की यह यात्रा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव विजय गोखले की इस महीने की शुरुआत में रूस दौरे के बाद हो रही है।
रोसोबोरोनएक्सपोर्ट सहित रूसी कंपनियों के खिलाफ प्रतिबंध से भारत में चिंता बढ़ी है क्योंकि इससे रूस से भारत की सैन्य खरीद पर संभावित असर पड़ा है।
रोसोबोरोनएक्सपोर्ट सरकारी रूसी हथियार ट्रेडिंग कंपनी है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि मोदी की रूस यात्रा उनके व पुतिन के अंतर्राष्ट्रीय मामलों पर विचार-विमर्श के लिए विशेष अवसर है और दीर्घकालिक परिपेक्ष्य में यह विशेष रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करेगी।
पुतिन के इस साल के अंत में भारत में वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है।
रूस व जापान सिर्फ दो देश हैं जिनके साथ भारत वार्षिक शिखर सम्मेलन आयोजित करता है।


