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पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार की जोड़ी सिर्फ कुर्सी के लिए', बिहार के बक्सर में गरजे खड़गे

बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। राजधानी पटना में महागठबंधन की दूसरी बैठक प्रस्तावित है। इससे पहले, रविवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बक्सर में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा

पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार की जोड़ी सिर्फ कुर्सी के लिए, बिहार के बक्सर में गरजे खड़गे
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बक्सर। बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। राजधानी पटना में महागठबंधन की दूसरी बैठक प्रस्तावित है। इससे पहले, रविवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बक्सर में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा।

प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए खड़गे ने कहा कि इनकी जोड़ी सिर्फ कुर्सी के लिए है। ये दोनों लोग बिहार और देश की भलाई के लिए नहीं, बल्कि दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और किसानों को बर्बाद करने के लिए एक साथ आए हैं।

नेशनल हेराल्ड मामले का जिक्र करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उस अखबार की शुरुआत की थी। इसके अलावा, नवजीवन अखबार और कौमी आवाज भी शुरू किया गया था। इन अखबारों को शुरू करने का मकसद देश को आजाद कराना, देश की जनता को जागरूक करना और लोगों की आवाज अंग्रेजी हुकूमत तक पहुंचाना था। नरेंद्र मोदी और अमित शाह इसी नेशनल हेराल्ड से जुड़े मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी को डराना चाहते हैं, लेकिन हम न डरने वाले हैं, न ही झुकने वाले।

उन्होंने कहा, "मैं अपने आप को भाग्यशाली मानता हूं कि आज गंगा जी के तट पर बसे इस क्षेत्र में आने का अवसर मिला, जो संविधान सभा के प्रोटेम अध्यक्ष सच्चिदानंद सिन्हा की भूमि भी है। बिहार की धरती पर महात्मा बुद्ध ने तपस्या कर ज्ञान पाया और आज सारी दुनिया उनके शांति संदेश को मानती है। गुरु गोविंद सिंह जी भी इसी धरती पर जन्मे और कई अन्य महापुरुष, समाज सुधारक भी बिहार की धरती से निकले। यहां से कई राजनेता भी आए, जिन्होंने देश के लिए अपना योगदान दिया।"

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्याग्रह आंदोलन भी बिहार के चंपारण से शुरू किया था। यह आंदोलन आजादी की लड़ाई से जुड़ा था। अब हम 'जय बापू, जय भीम और जय संविधान रैली' को लेकर इस महान धरती पर आए हैं, जो हमारा सौभाग्य है।



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