पीएम मोदी पर बेटियों के प्रति असंवेदनशील रवैया अपनाने का आरोप: पप्पू यादव
बीएचयू में छात्राओं पर लाठीचार्ज को आजाद भारत के इतिहास की सबसे बड़ी ‘अमानवीय’ घटना करार देते हुए लोकसभा सांसद पप्पू यादव ने पीएम मोदी और योगी पर बेटियों के प्रति असंवेदनशील रवैया अपनाने का आरोप लगाय
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में छात्राओं पर लाठीचार्ज को आजाद भारत के इतिहास की सबसे बड़ी ‘अमानवीय’ घटना करार देते हुए लोकसभा सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बेटियों के प्रति असंवेदनशील रवैया अपनाने का आरोप लगाया है।
जन अधिकार पार्टी के संरक्षक एवं बिहार विधान सभा का प्रतिनिधित्व कर चुके एवं 2014 में पांचवीं बार लोकसभा पहुंचे श्री यादव बड़ी संख्या में अपने समथर्कों के साथ बीएचयू परिसर में छात्राओं से यहां मिलने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें जाने से रोक दिया। इसके बाद मुख्य द्वार पर समर्थकों के साथ बीएचयू प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
संवाददाताआें को संबाेधित करते उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तुलना ‘महिषासुर’ से की और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को खुद ऐसे 'महिषासुर' को हटाने के लिए आगे आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि तानाशाह शासक हिटलर की तरह योगी सरकार छात्राओं के लोकतांत्रिक अधिकारों की अनदेखी ही नहीं कर रही,बल्कि उस पर हमले कर रही है।
उन्होंने कहा कि उनके शासन में पुलिस निरंकुश हो गई है। उन्होंने उच्चतम न्यायालय या उच्च न्यायालय से घटना की गंभीरता समझते हुए स्वत: संज्ञान लेने की गुजारिश की है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार बीएचयू की छात्राओं पर ‘बर्बर’ कार्रवाई को रोकने के लिए अपना बुनियादी फर्ज भी नहीं निभा पायी और अब तक कुलपति पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।जिससे पीड़त छात्राओं के साथ उन्हें लगता है कि सरकार मामले की अनदेखी कर रही है यही वजह है कि उन्होंने माननीय न्यायालय से न्याय की उम्मीद करते हुए हस्तक्षेप करने की गुहार लगायी है।


