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शूटरों के साथ मिलकर रची थी पॉलिथीन व्यापरियों से लूट की साजिश

 एक माह पहले दो दिसम्बर सेक्टर-71 में दो पॉलिथीन व खुले पैसों के व्यापारियों सदरपुर निवासी विक्की गुप्ता व श्रीनिवास प्रजापति को गोली मारकर हुई लूट का पुलिस ने खुलासा किया है

शूटरों के साथ मिलकर रची थी पॉलिथीन व्यापरियों से लूट की साजिश
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नोएडा। एक माह पहले दो दिसम्बर सेक्टर-71 में दो पॉलिथीन व खुले पैसों के व्यापारियों सदरपुर निवासी विक्की गुप्ता व श्रीनिवास प्रजापति को गोली मारकर हुई लूट का पुलिस ने खुलासा किया है। श्रीनिवास की गोली लगने से मौत हो गई थी। मामले में थाना फेज तीन पुलिस ने शनि बाजार के एक दुकानदार को गिरफ्तार किया है।

उसी ने अपने जीजा व चार शूटरों के जरिए लूट की साजिश रची थी। पुलिस इन पांचों की तलाश कर रही है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान खिरनाकलां कुरावली मैनपुरी निवासी अजीत सिंह के रूप में हुई है। वह फिलहाल दिल्ली के थाना अशोक नगर अंतर्गत गढ़ौनी गांव में रह रहा था। अजीत साप्ताहिक बाजार में लेडीज गारमेंट की दुकान लगाता है। अजीत ने अपने जीजा सिकोहाबाद एटा निवासी लक्ष्मीकांत के साथ मिलकर दोनों व्यापारियों को लूटने की साजिश रची थी।

लक्ष्मीकांत ने वारदात को अंजाम देने के लिए भदौलपुर मैनपुरी निवासी दीवान, मिलक बरनाहल मैनपुरी निवासी मोना उर्फ यादवेन्द्र और मैनपुरी के ही संदीप व लंबू नाम के शूटरों को योजना में शामिल किया था। चारों शूटरों के साथ वारदात के समय अजीत भी बाइक से शामिल था। क्षेत्राधिकारी द्वितीय राजीव कुमार सिंह ने बताया कि अजीत को शुक्रवार रात करीब पौने ग्यारह बजे मामूरा चौराहे से गिरफ्तार किया गया है।

उस वक्त अपनी बाइक से कहीं जा रहा था। वारदात में बाइक का इस्तेमाल होने की वजह से बाइक और अजीत के पास से बरामद पांच हजार रुपये जब्त कर लिए गए हैं। शेष पांच फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। दीवान और मोना पर लूट व हत्या के एक दर्जन से ज्यादा मामले पहले से दर्ज हैं। इन्हीं दोनों ने व्यापारियों को गोली मारी थी। अजीत ने •ाी वारदात के दौरान एक राउंड हवाई फायरिंग की थी।

तीन-चार लाख रुपये लूटने की थी उम्मीद

पूछताछ में अजीत ने बताया कि वह विक्की और श्रीनिवास से ही पॉलिथीन और खुले पैसे लेता था। उसे अंदाजा था कि दोनों व्यापारी के पास कलेक्शन कर लौटते वक्त लगगभग तीन-चार लाख रुपये रहते हैं। इसी रकम को लूटने के लिए उसने साजिश रची थी। अजीत और शूटरों के बीच तय हुआ था कि दोनों व्यापारियों से लूटी गई रकम में से दो लाख रुपये उनके होंगे। इसके ऊपर जोभी रकम मिलेगी वह अजीत और उसका जीजा लक्ष्मीकांत आपस में बांट लेंगे। हालांकि दोनोंं व्यापारियों से लूटे गए बैग में महज 25 हजार रुपये ही मिले थे। दोनों व्यापारी कलेक्शन कर लौटते वक्त बड़े नोट अपनी जेबों में अलग-अलग गड्डी बनाकर रखते थे। बदमाशों को इसका पता नहीं था। इसलिए वह केवल बैग लूटकर भाग गए थे।

सीसीटीव कैमरों से मिला अहम सुराग

पुलिस के अनुसार लूट की वारदात सेक्टर-71 के मेट्रो अपार्टमेंट और साईं अपार्टमेंट केगेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई है। कैमरों में बदमाशों की बाइक का नंबर और धुंधला सा चेहरा दिख रहा था। इसमें अजीत की बाइक भी शामिल थी। पुलिस को पहले से वारदात के पीछे शनि बाजार से ही कोई मुखबिरी होने का संदेह था। श्रीनिवास का शव घटनास्थल से कुछ दूरी पर झाड़ियों में खून से लथपथ मिला था। इससे अंदाजा लगाया जा रहा था कि बदमाशों ने श्रीनिवास का पीछा कर गोली मारी थी। हालांकि गिरफ् तार आरोपी अजीत ने उसका पीछा कर गोली मारने की बात से इंकार किया है। अजीत के मुताबिक श्रीनिवास को भी मौके पर ही गोली लग गई थी।


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