शिक्षा विभाग में तबादलों से 6 लाख छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़: दिल्ली सरकार
दिल्ली सरकार का आरोप है कि ट्रांसफर पोस्टिंग के जरिए दिल्ली के शिक्षा मॉडल को क्षति पहुंचाने की कोशिश की जा रही है

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार का आरोप है कि ट्रांसफर पोस्टिंग के जरिए दिल्ली के शिक्षा मॉडल को क्षति पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। राज्य सरकार के मुताबिक हाल ये हो चुका है कि किसी शानदार आईडिया पर शाम को उच्च शिक्षा के डायरेक्टर के साथ चर्चा करो और प्लान बनाओं लेकिन अगले दिन पता चलता है कि केंद्र द्वारा उसका ट्रांसफर कर दिया गया। हर 2-3 महीने में उच्च शिक्षा व तकनीकी शिक्षा के डायरेक्टर-सेक्रेटरी का ट्रान्सफर कर दिया जाता है। ऐसी क्या वजह है कि केंद्र सरकार अधिकारियों का लगातार ट्रान्सफर कर रही है।
दिल्ली सरकार ने टेक्निकल और ट्रेनिंग एजुकेशन डिपार्टमेंट के निदेशकों के तबादलों की जानकारी देते हुए कहा कि गरिमा गुप्ता 2 महीने 8 दिन, वीरेंद्र कुमार 3 महीने 12 दिन, देवेंद्र सिंह 3 महीने 26 दिन, एसएस गिल 1 साल 6 महीने, अजीमउल्हक 11 महीने 16 दिन, रजना देशवाल 10 महीने 8 दिन में तबादला कर दिया। यह हाल उच्च शिक्षा विभाग का है। प्रमुख सचिव पद पर 4 साल में 9 लोगों के ट्रांसफर कर दिए और निदेशक के पद पर 4 साल में 7 लोगों के तबादले कर दिए।
सोमवार को उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने विधानसभा में कहा कि असंवैधानिक तरीके से सर्विसेज को केजरीवाल सरकार से छीनकर केंद्र सरकार अधिकारियों के तबादले कर 6 लाख बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। केंद्र सरकार ताश के पत्तों और म्यूजिकल चेयर की तरह दिल्ली सरकार के विभागों के अधिकारियों का तबादला कर रही है। इससे सबसे ज्यादा उच्च शिक्षा प्रभावित हो रही है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में दिल्ली सरकार की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन का समय चल रहा है लेकिन पिछले निदेशक के तबादले के बाद 22 दिनों से उच्च शिक्षा निदेशक के पद पर किसी को नियुक्त नहीं किया गया है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि शायद केंद्र सरकार को शिक्षा की कोई समझ नहीं है इसलिए उच्च शिक्षा के अधिकारियों के साथ म्यूजिकल चेयर का खेल खेलते हुए उनका ट्रान्सफर कर रही है। उन्होंने कहा कि जैसे स्कूली शिक्षा बच्चों के नींव को मजबूत करती है ठीक उसी तरह उच्च शिक्षा नौजवानों के भविष्य को संवारने का काम करती है लेकिन आज केंद्र सरकार नौजवानों के भविष्य के साथ खेल रही है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में दिल्ली सरकार की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन का समय चल रहा है लेकिन पिछले निदेशक के ट्रान्सफर के बाद पिछले 22 दिनों से उच्च शिक्षा निदेशक के पद पर किसी को नियुक्त नहीं किया गया है। उच्च शिक्षा व तकनीकी शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को बर्बाद करने के लिए ही केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार से सर्विसेस को छीनने का काम किया है और 6 लाख नौजवानों के भविष्य के साथ खेल रही है।
उन्होंने कहा कि एमसीडी में बिल्डिंग डिपार्टमेंट के जूनियर इंजीनियर सात-सात साल से वहीं पर हैं। मगर उच्च शिक्षा के प्रमुख सचिव का तबादला कुछ दिनों में ही हो जाता है। जबकि माना जाता है कि कोई आईएएस अधिकारी विभाग में आएगा तो उसको 6 महीने सीखने में लग जाता है कि आखिर इस विभाग में क्या है और क्या करना है। तकनीकी शिक्षा और उच्च शिक्षा वह विभाग हैं, जो देश का भविष्य बनाते हैं।
दिल्ली के शिक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ऐसा कैसे करती है कि 24 दिन के लिए किसी अधिकारी को लाए और उसके बाद कहे कि यह ठीक नहीं है। इसको बदलो और नया लाए। इसके बाद फिर 1 महीने 11 दिन में उसको बदल दिया जाए। उन्होंने कहा कि कहा जाता है कि तबादले एलजी करते हैं। लेकिन जो भी लोग इनके पीछे तबादले करते हैं उन से निवेदन है कि कम से कम इन विभागों को तो बख्श देना चाहिए।


