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नीतीश के एजेंट बनकर बिहार में काम कर रहे हैं प्रशांत किशोर, बीजेपी ने बताया दोनों का प्लान

राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर द्वारा उनकी पदयात्रा के लिए धन उपलब्ध कराए जाने का दावा किए जाने के एक दिन बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि वह बिहार में नीतीश कुमार के एजेंट थे

नीतीश के एजेंट बनकर बिहार में काम कर रहे हैं प्रशांत किशोर, बीजेपी ने बताया दोनों का प्लान
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पटना: राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) द्वारा उनकी पदयात्रा के लिए धन उपलब्ध कराए जाने का दावा किए जाने के एक दिन बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि वह बिहार में नीतीश कुमार के एजेंट थे और यह उनके बयान से साबित होता है। जायसवाल ने कहा कि पीके ने स्वीकार किया कि वह छह मुख्यमंत्रियों से पैसे की मदद ले रहे हैं, जिनकी उन्होंने चुनावों में मदद की थी। नीतीश कुमार उनमें से एक हैं। भाजपा नेता ने कहा कि अगर जांच हो तो पीके की पदयात्रा के लिए नीतीश कुमार का योगदान निश्चित रूप से सामने आएगा।

जायसवाल ने कहा, नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर दिन में एक-दूसरे के खिलाफ बयान दे रहे हैं और वे रात में आपस में बीजेपी के खिलाफ साजिश रचने के लिए बात करते हैं। उन्होंने कहा कि जद (यू) के राजद के साथ गठबंधन के बाद उसका वोट बैंक भाजपा की ओर चला गया। अब वे हमारे वोट बैंक में घुसपैठ की साजिश रच रहे हैं।

इसके पहले पीके ने बाघा में 200 किलोमीटर की पदयात्रा पूरी करने के बाद कहा कि यात्रा में खर्च हो रहे पैसे के बारे में हर कोई बात कर रहा है। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि 11 वर्षों में देश के कुछ राजनीतिक दलों से मैं जुड़ा था और 10 चुनाव जीतने में मैंने उनकी मदद की। वर्तमान में छह राज्यों में छह मुख्यमंत्री सरकारें चला रहे हैं। मैंने उनसे अपनी सेवा के लिए कभी शुल्क नहीं लिया। अब मैं उनसे बिहार में पदयात्रा के लिए धन दान करने का अनुरोध कर रहा हूं। पदयात्रा के लिए खर्च हो रहे पैसे का श्रोत वे राजनीतिक दल हैं, जिनसे मैं 11 वर्षों में जुड़ा था।

उधर, इसके पहले नीतीश कुमार और जद (यू) के अन्य नेताओं, जिनमें कैबिनेट मंत्री श्रवण कुमार भी शामिल हैं, ने दावा किया था कि पीके भाजपा के एजेंट थे।

21 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने कहा था कि भविष्य में उनका नाम मेरे सामने मत लेना। वह छोटे हैं और जब वह मेरे साथ थे तो मैंने उन्हें सम्मान दिया। अब वह मेरे खिलाफ तरह-तरह के बयान दे रहे हैं। वह कुछ भी कहने के लिए स्वतंत्र है। मैं उनके बयान पर टिप्पणी करना नहीं चाहता।

नीतीश कुमार की यह टिप्पणी पीके के उस दावे बाद आई है कि बिहार के मुख्यमंत्री 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले अपने पलटीमार कार्यक्रम को एक बार फिर अंजाम देंगे। वह अपनी पार्टी के राज्यसभा सांसद (हरिवंश नारायण सिंह) के जरिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में हैं।

पीके के बयान के बाद ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने गुरुवार को प्रशांत किशोर पर बरसते हुए कहा कि पीके कौन हैं, क्या वह भविष्यवक्ता हैं? उन्हें दूसरों पर टिप्पणी करने से पहले अपने विचारों के बारे में सोचना चाहिए।

श्रवण कुमार ने कहा कि मेरा मानना है कि वह एक भ्रमित व्यक्ति हैं, जो नहीं जानता कि जीवन में करना क्या है। वह एक ऐसे व्यक्ति हैं, जो केवल उनके लिए काम करते हैं, जो उन्हें पैसा देते हैं। यह सब जानते हैं कि वह भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। इसलिए वह महागठबंधन के सहयोगियों के बीच भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें अपने बारे में सोचना चाहिए।


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