अमेरिकी उद्योगों से भारत में निवेश का आह्वान किया पीयूष ने
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिकी उद्योगपतियों से भारत में निवेश करने का आह्वान करते हुए कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था गुणवत्तायुक्त उत्पादों, व्यापक स्तर पर वैश्विक पहुंच और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बड़ी हिस्सेदारी की ओर बढ़ रही है।

नयी दिल्ली । केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिकी उद्योगपतियों से भारत में निवेश करने का आह्वान करते हुए कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था गुणवत्तायुक्त उत्पादों, व्यापक स्तर पर वैश्विक पहुंच और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बड़ी हिस्सेदारी की ओर बढ़ रही है।
श्री गोयल ने बुधवार देर रात अमेरिका में इंडिया चैम्बर ऑफ कॉमर्स के एक सम्मेलन को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार अर्थव्यस्था में व्यापक बदलाव के लिए प्रतिबद्ध है। अर्थव्यवस्था को खुला और मुक्त बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किये जा रहे आर्थिक सुधार इसी दिशा में कदम हैं। उन्होंने कहा कि एक साथ मिलकर काम करने से अमेरिका और भारत में समृद्धि आएगी। उन्होंने उम्मीद जतायी कि आने वाले वर्षों में भारत और अमेरिका के आपसी संबंध ज्यादा मजबूत होंगे।
आत्मनिर्भर भारत अभियान का उल्लेख करते हुए श्री गोयल ने कहा कि दोनों देशों के संबंध मजबूत और व्यापक हैं। दोनों देशों के बीच संबंधों की विस्तार की अनंत संभावनायें हैं। दोनों पक्ष एक दूसरे के भरोसेमंद साथी हैं। पिछले कई वर्षों से दोनों पक्षों के बीच आपसी व्यापार बढ़ रहा है और अगले पांच वर्ष में इसे 500 अरब डालर तक ले जाने का लक्ष्य तय किया गया है। उन्होंने कहा कि दोनों देश के एक साथ मिलकर करने से इसे हासिल किया जा सकता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था उच्च गुणवत्ता युक्त उत्पादों और अंतराष्ट्रीय बाजार में व्यापक स्तर पर भागीदार लेने के लिए अग्रसर है। यह रूढि़वादी सोच त्यागने और साहस के साथ बड़ा निवेश करने का समय है। इसके लिए सरकार समग्र सोच के साथ आगे बढ़ रही है।
आर्थिक सुधारों का उल्लेख करते हुए श्री गोयल ने कहा कि खनन, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, रक्षा, बैंकिंग, वित्त क्षेत्र, श्रम एवं कृषि के संबंध में प्रशासन, नीति और कानून में बदलाव किया जा रहा है। भारतीय अर्थव्यवस्था को नयी ऊंचाईयों तक ले जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। मालवाहन की लागत घटायी जा रही है और कर ढ़ांचें में सुधार किये जा रहे हैं। भारत में कंपनी कर दुनिया में सबसे कम है। उद्याेग और कारोबार के लिए देश में एकल खिड़की व्यवस्था शुरू की जा रही है। एक ही जगह पर कारोबार से संबंधित सभी मंजूरियां मिलेंगी और समस्याओं का समाधान होगा। सरकार बुनियादी ढ़ांचा सुधारने और प्रक्रिया तेज करने का प्रयास कर रही है।
अमेरिका के साथ भारत के संबंधों का उल्लेख करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले दो दशक से दोनों देशों ने एक दूसरे की प्रत्येक मौके पर मदद की है। भारत को परमाणु आपूर्ति कर्ता समूह या संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य बनाना हो या कोविड ।9 महामारी में अमेरिका को दवा की जरुरत हो। दोनों पक्षों ने एक दूसरे की मदद की है।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के नेतृत्व के बीच लगातार संवाद रहता है। हाल में हर अमेरिकी विदेश मंत्री एम. पॉम्पियो और विदेशमंत्री एस. जयशंकर के बीच टोक्यो में बातचीत हुई है। भारत- अमेरिका संवाद 26 और 27 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा।


