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पायलट प्रोजेक्ट को धीरे-धीरे एक सफल मॉडल के रूप में विकसित किया जाना चाहिए : बैजल

उपराज्यपाल अनिल बैजल ने आज बारालपुल नाला सन डायल पार्क सराय काले खां में भारत-नीदरलैंड सहयोग से निर्मित लोटस प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया

पायलट प्रोजेक्ट को धीरे-धीरे एक सफल मॉडल के रूप में विकसित किया जाना चाहिए : बैजल
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नई दिल्ली। उपराज्यपाल अनिल बैजल ने आज बारालपुल नाला सन डायल पार्क सराय काले खां में भारत-नीदरलैंड सहयोग से निर्मित लोटस प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया। उपराज्यपाल ने उक्त अनूठी पहल की अवधारण की प्रशंसा की एवं बायोटेक्नोलॉजी विभाग को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना में शामिल विभिन्न विभागों अर्थात जल बोर्ड डी-डी-ए ऊर्जा आईआईटी दिल्ली वन व पर्यावरण के बीच समन्वयता इस परियोजना की सफलता के लिए आवश्यक थी।

उपराज्यपाल ने इच्छा जताई कि इस पायलट प्रोजेक्ट को धीरे-धीरे एक सफल मॉडल के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। उपराज्यपाल को बताया गया कि इस परियोजना से होने वाले लाभ लोगों तक पहुंच रहे हैं। स्वच्छता, उद्योग, कृषि एवं लोगों के उपयोग हेतु स्वच्छ जल मिल रहे हैं। अपशिष्ट जल को पुन:उपयोग, अपशिष्टों का पुनर्चक्रण एवं गैस/ऊर्जा को उत्पादन सभी क्षेत्रों के लिए लाभकारी होगा।

प्रो.के.विजय राघवन ने विस्तार पूर्वक बताया कि लोटस परियोजना को लक्ष्य ऐसे उन्नत तकनीक को विकसित करना है जिससे प्रदूषक हटाने के साथ-साथ भारी धातु एवं अन्य नए प्रदूषकों को भी इसमें शामिल करना है जो कि पारंपरिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से संभव नहीं था। बायोटेक्नोलॉजी विभाग भारत सरकार ने दिल्ली विकास प्राधिकरण साथ परामर्श कर प्रस्तावित इंटरडिसिप्लिनरी टेक्नोलॉजिकल सोलूट हेतु दिल्ली में बारापुला नाला, सराय काले खॉ को प्रदर्शन साईट के रूप में चिह्नित किया था।

बारापुला 12-5 किलोमीटर लंबा नाला है जो कि यमुना नदी के 30 प्रदूषण के लिए अकेले जिम्मेवार है। जिसका कारण मुख्य रूपा से घरेलू मलजल एवं छोटे उद्योग हैं। परियोजना का मुख्य लक्ष्य एक आदर्श वेस्ट-वाटर प्रबंधन का प्रदर्शन करना है। जो कि स्वच्छ जल उत्पादन करेगा एवं जिसका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों में होगा।

इसके साथ-साथ शहरी वेस्ट वाटर से पोषक तत्व व ऊर्जा का उपयोग भी होगा। इस तरह नाले को भी लाभकारी बनाया जाए। इस अवसर पर प्रो. के. विजय राघवन (सचिव) बायोटेक्नोलॉजी विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार डा.शैलेजा वैध गुप्ता सलाहकार प्रो.टीआर श्रीकृष्णन दप्रोजेक्ट कार्डिनेटर व डीन आईआईटी दिल्ली उदय प्रताप सिंह (उपाध्यक्ष, डीडीए) केशवचंद्रा (सीईओ जल बोर्ड) वर्षा जोशी (सचिव ऊर्जा) एवं एसबीके सिंह (विशेष आयुक्त कानून व व्यवस्था) दिल्ली पुलिस एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

प्रो.के विजय राघवन ने सूचित किया कि बायोटेक्नोलॉजी विभाग भारत सरकार एवं नीदरलैण्ड आर्गनाईजेशन फार साईंटिफिक रिसर्च नीदरलैंड सरकार इस लोटस परियोजना (लोकल ट्रीटमेंट ऑफ अर्बन सीवेज स्ट्रीम्स फार हेल्दी रियूज) (स्वच्छ बारापुला) को पूरा कर रही है एवं यह एक इंडो-नीदरलैंड संयुक्त परियोजना है।


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