बजट के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम कम हुए
बजट में पेट्रोल और डीजल पर मूल उत्पाद शुल्क में दो-दो रुपये प्रति लीटर की कटौती की गयी है, लेकिन उत्पाद शुल्क में उपकर का हिस्सा दो-दो रुपये बढ़ा देने से कुल उत्पाद शुल्क में कोई बदलाव नहीं होगा।

नयी दिल्ली। बजट में पेट्रोल और डीजल पर मूल उत्पाद शुल्क में दो-दो रुपये प्रति लीटर की कटौती की गयी है, लेकिन उत्पाद शुल्क में उपकर का हिस्सा दो-दो रुपये बढ़ा देने से कुल उत्पाद शुल्क में कोई बदलाव नहीं होगा।
संसद में आज पेश बजट में कहा गया है कि खुले पेट्रोल पर मूल उत्पाद शुल्क 6.48 रुपये से घटाकर 4.48 रुपये और खुले डीजल पर 8.33 रुपये से घटाकर 6.33 रुपये प्रति लीटर किया जायेगा।
उत्पाद शुल्क के अंतर्गत अतिरिक्त उत्पाद शुल्क के नाम से लगने वाले सड़क उपकर का नाम बदलते हुये इसे छह रुपये से बढ़ाकर आठ रुपये कर दिया गया है।
अब इसका नाम सड़क एवं बुनियादी ढाँचा उपकर होगा। इस प्रकार कुल उत्पाद शुल्क में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
ब्रांडेड पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 7.66 रुपये से घटाकर 5.66 रुपये तथा ब्रांडेड डीजल पर 10.69 रुपये से बढ़ाकर 8.69 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है।
देश में पेट्रोल-डीजल की रोजाना बढ़ती कीमतों के मद्देनजर उम्मीद थी कि सरकार इन पर उत्पाद शुल्क में कटौती कर लोगों को राहत दे सकती है।
मूल उत्पाद शुल्क और उपकर में किये गये बदलावों से आम लोगों को कोई राहत तो नहीं मिलेगी, लेकिन इसका ज्यादा हिस्सा सड़क एवं राजमार्ग निर्माण में इस्तेमाल किया जा सकेगा।


