हाईकोर्ट में पुलिस के आदेश के खिलाफ याचिका दायर
बकरीद पर ऊंटों के कटान पर रोक को लेकर उठा-पटक शुरू हो गई है। पुलिस जहां और भी सख्ती से काम कर रही

मेरठ। बकरीद पर ऊंटों के कटान पर रोक को लेकर उठा-पटक शुरू हो गई है। पुलिस जहां और भी सख्ती से काम कर रही है, वहीं दूसरी ओर इसी मामले में हाईकोर्ट में मेरठ पुलिस के आदेश के खिलाफ याचिका डाली गई है। हालांकि पुलिस का अभियान लगातार जारी है। शहर के साथ अब देहात में भी कुर्बानी के लिए लाए जाने वाले ऊंटों को तलाश की जा रही है। पता किया जा रहा है कि इनका कटान कहां-कहां किया जाता है और कौन लोग हैं जो ऊंट लेकर आते हैं।
पुलिस ने बकरीद पर ऊंटों की कुर्बानी पर प्रतिबंध लगा दिया है। डीजीपी कार्यालय के आदेश और सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एनीमल वेलफेयर एसोसिएशन के पत्र का हवाला देते हुए मेरठ पुलिस ने ये कार्रवाई की थी। इतना ही नहीं, बिक्री के लिए मेरठ लाए गए 20 ऊंट को भी मेरठ पुलिस ने पकड़ा और अपने कब्जे में रखा। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय संस्था पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनीमल्स यानी पेटा की टीम मेरठ आई। इन ऊंट को ये टीम साथ लेकर गई है। पुलिस को जानकारी दी गई कि शहर में ऊंटों के बिक्री और कटान पर सख्ती होने के चलते देहात में इनकी बिक्री की जा सकती है। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने देहात में भी सख्ती कर कर दी है। बुधवार शाम को एसएसपी ने अधिकारियों की बैठक बुलाई और इस संबंध में निर्देश भी दिया। खास तौर पर सरधना, मवाना के कुछ गांव, किठौर और खरखौदा में खास तौर पर नजर रखने को कहा गया है।
साथ ही उन लोगों को चिन्हित किया जा रहा है, जो पशुओं की खरीद फरोख्त से जुड़े हैं। पुलिस अधिकारियों ने एक पुराना आदेश भी निकाला है, जो चार साल पहले डीजीपी कार्यालय से दिया गया था। इसके अनुसार कुर्बानी में ऊंट कटान नहीं किया जा सकता। इसी आदेश के तहत मुकदमा दर्ज करने का भी निर्देश दिया गया है।


