प्रदर्शनकारी दृष्टिहीन बिफरे, किया पथराव
पिछले लगभग डेढ़ महिनों से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे दृष्टिहीन बेरोजगार शासन, प्रशासन की बेरुखी के चलते आज उग्र हो गए

भोपाल। पिछले लगभग डेढ़ महिनों से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे दृष्टिहीन बेरोजगार शासन, प्रशासन की बेरुखी के चलते आज उग्र हो गए। इन्होंने आज न सिर्फ रैली निकालकर मुख्यमंत्री निवास के घेराव की कोशिश की, बल्कि पुलिस द्वारा रोकने पर इन्होंने पथराव कर वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए और चक्काजाम का प्रयास भी किया। पुलिस ने इस मामले में 9 दृष्टिहीन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है।
गौरतलब है कि प्रदेश भर के कई दृष्टिहीन बेरोजगार पिछले डेढ़ माह से राजधानी के जहांगीराबाद स्थित नीलम पार्क में डेरा डालकर आंदोलनरत थे। दृष्टिहीन बेरोजगार संघ के बैनरतले इन दृष्टिहीनों ने अपने आंदोलन के दौरान धरना रैली, प्रदर्शन कृमिक भूख हड़ताल, जल सत्याग्रह और आमरण अनशन जैसे कदम उठाए लेकिन शासन प्रशासन द्वारा इनकी मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। इसके चलते मंगलवार को इन दृष्टिहीनों का गुस्सा फूट पड़ा और इन्होंने बगैर सूचना रैली निकालकर मुख्यमंत्री निवास का घेराव की योजना बना डाली। इसकी जानकारी लगते ही पुलिस बल धरना स्थल पर पहुंच गया और निलम पार्क के द्वार पर ताला डाल दिया। इससे आंदोलनकारी दृष्टिहीन नाराज हो गए और पार्क का दरवाजा तोड़ डाला और जब इन दृष्टिहीनों ने रैली की शक्ल में मुख्यमंत्री निवास की तरफ कूच किया तो पुलिस बल ने इन्हें लिली टाकीज चौराहे पर रोक लिया तो दृष्टिहीन बिफर गए और नारेबाजी करते हुए पुलिस से विवाद करने लगे।
दृष्टिहीनों का कहना था कि वे मुख्यमंत्रि से मिलना चाहते है लेकिन पुलिस प्रशासन ने उनकी यह मांग पूरी करने में असमर्थता जता दी। इस बीच कुछ प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरु कर दिया। इससे इस क्षेत्र में अफरा तफरी मच गई। वहीं पथराव में यहां खड़े पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। इसके बाद मौके पर मौजूद अपर कलेक्टर मोहित बुन्दास के निर्देश पर पुलिस ने बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा। इस बीच 9 उग्र प्रदर्शनकारी दृष्टिहीनों को गिरफ्तार भी किया गया। वहीं शेष आंदोलनरत दृष्टिहीनों को खदेड़कर धरना स्थल खाली करा लिया।
इस संबंध में जहांगीराबाद सीएसपी धर्मवीर यादव का कहना है कि दृष्टिहीनों ने रैली व प्रदर्शन की अनुमति नहीं ली थी, इसके बाद भी प्रदर्शन के दौरान वे उग्र हो गए और पथराव कर दिया। इससे पुलिस के दो वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। पथराव के मामले में 9 दृष्टिहीनों को गिरफ्तार कर जेल पहुंचाया गया है।


