परफैक्ट हैल्थ मेला : स्कूलों कॉलेज के युवाओं ने प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर स्वस्थ जीवन का दिया संदेश
एमटीएनएल परफैक्ट हैल्थ मेला के दूसरे दिन आज स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों के लिए विविध गतिविधियों का आयोजन किया गया

नई दिल्ली। एमटीएनएल परफैक्ट हैल्थ मेला के दूसरे दिन आज स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों के लिए विविध गतिविधियों का आयोजन किया गया। नेशनल हारमनी एवं इको फेस्टिवल, दिव्य ज्योति एवं मेडिको मस्ती यूथ कंपटीशन और शास्त्रीय नृत्य कीप्रतियोगिताओं में युवाओं व भविष्य के डॉक्टर व मेडिकल सहायकों ने पूरे उत्साह से शिरकत की। जनता के बीच स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने के लिए मनोरंजन के साथ साथ स्वास्थ्य जांच इस मेले का आकर्षण होता है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) व हार्ट केअर फाउंडेशन के अध्यक्ष पदश्री डॉ. केके अग्रवाल ने बताया कि, 'जनता को शिक्षित करने के लिए आकर्षक और उपभोक्ता-आधारित मॉड्यूल विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं। स्वास्थ्य की देखभाल और पीएचएम इसके सबसे सफल उदाहरणों में से एक है। मूल बीमारी से बचने और स्वास्थ्य तथा स्वच्छता के महत्व के बारे में बच्चों को शुरुआती उम्र से ही शिक्षित करना महत्वपूर्ण है। आसपास के वातावरण को यदि साफ रखा जाए तो 50 प्रतिशत से अधिक रोगों से तो वैसे ही बचाव हो सकता है। बच्चों को धूम्रपान, मोटापा, अस्वास्थ्यकर भोजन और शारीरिक गतिविधि की कमी के बारे में भी बताया जाना चाहिए।
वरिष्ठ ह्रदय रोग विशेषज्ञ विवेका कुमार ने इस अवसर पर कहा कि 40 साल से कम उम्र के भारतीयों को दिल के दौरे की आशंका बढ़ी है और कई लोग दिल के दौरे के लक्षणों को भ्रम के कारण गैस की समस्या से जोड़ते हैं, इससे रोग की पहचान होने और बीमारी के इलाज में समय लगता है।
डॉ. अग्रवाल ने आगे कहा, अच्छे स्वास्थ्य के लिए रोगों की रोकथाम के उपायों को कम उम्र में ही बताया जाना चाहिए। कॉलेज के छात्रों को 80 के फार्मूले वाले सिद्धांतों का पालन करना चाहिए, जिसमें जीवनशैली की बीमारियों से रहित 80 से अधिक वर्षों तक जीने के लिए, अपने पेट का आकार, कम रक्तचाप, एलडीएल, (बुरे) कोलेस्ट्रॉल, पल्स दर और फास्टिंग चीनी को 80 से कम रखें। लड़कियों में 18 वर्ष की उम्र के बाद और लड़कों में 20 की उम्र के बाद 5 किलो से अधिक का वजन बढऩा मोटापे और ओवरेट की श्रेणी में आता है। इस उम्र में किसी भी तरह से वजन से बचना चाहिए।


