जैन समाज के लोगों ने विभिन्न मांगों को लेकर राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
श्री चन्द्रप्रभु जैन मन्दिर प्रबन्ध समिति के तत्वावधान में शिकारपुर में जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित हो कर शिकारपुर एसडीएम अरविंद कुमार सिंह, के कार्यालय पहुँचे

- सुरेन्द्र सिंह भाटी
बुलंदशहर शिकारपुर। श्री चन्द्रप्रभु जैन मन्दिर प्रबन्ध समिति के तत्वावधान में शिकारपुर में जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित हो कर शिकारपुर एसडीएम अरविंद कुमार सिंह, के कार्यालय पहुँचे।
जहाँ उन्होंने एक ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को सौपा जहाँ ज्ञापन में उन्होंने बताया है कि 20 जैन तीर्थंकरों और अनंत संतो की मोक्षस्थल सम्मेद शिखर पारसनाथ पर्वतराज गिरिडिह ( झारखंड ) की स्वतंत्र पहचान पवित्रता और संरक्षण हेतु रविवार , 11 दिसम्बर 2022 को विश्व जैन संगठन (पंजी) द्वारा आयोजित देशव्यापी सम्मेद शिखर बचाओ आन्दोलन के समर्थन में विशाल सभा व रैली में निम्न मांगो हेतु ज्ञापन पारसनाथ पर्वतराज को वन्य जीव अभ्यारण्य पर्यावरण पर्यटन के लिए घोषित इको सेंसिटिव जोन के अंतर्गत जोनल मास्टर प्लान व पर्यटन मास्टर प्लान पर्यटन धार्मिक पर्यटन सूची से बाहर किया जाए पारसनाथ पर्वतराज को बिना जैन समाज की सहमति के इको सेंसिटिव जोन के अन्तर्गत वन्य जीव अभ्यारण्य का एक भाग और तीर्थ माना जाता है
लिख कर तीर्थराज की स्वतंत्र पहचान व पवित्रता नष्ट करने वाली झारखण्ड सरकार की अनुशंसा पर केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा जारी दिनांक 02 अगस्त 2019 को अविलंब रद्द किया जाए।
पारसनाथ पर्वतराज और मधुबन को मॉस मदिरा बिक्री मुक्त पवित्र जैन तीर्थस्थल घोषित किया जाए पर्वतराज की वन्दना मार्ग को अतिक्रमण वाहन संचालन व अभक्ष्य सामग्री बिक्री मुक्त कर यात्री पंजीकरण सामान जांच हेतु सीआरपीएफ व स्कैनर सीसीटीवी कैमरे सहित दो चेक पोस्ट चिकित्सा सुविधा सहित बनाये जाए पर्वतराज से पेड़ो का अवैध कटान पत्थरों का अवैध खनन और महुआ के लिए आग लगाना प्रतिबंधित हो जय जिनेन्द्र दिनांक 2 अगस्त 2019 को तत्कालीन झारखंड सरकार की अनुसंशा पर केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा झारखंड में गिरिडिह जिले के मधुबन में स्तिथ सर्वोच्च जैन शास्वत तीर्थ श्री सम्मेद शिखर पारसनाथ पर्वतराज को वन्य जीव अभ्यारण्य का एक भाग घोषित कर इको सेंसिटिव जोन के अंतर्गत पर्यावरण पर्यटन व अन्य गैर धार्मिक गतिविधियों की अनुमति देने वाली अधिसूचना क्र . 2795 ( ई ) बिना जैन समाज से आपति या सुझाव लिए जारी की थी 20 जैन तीर्थकरों और अनंत संतो की मोक्ष स्थली होने के कारण श्री सम्मेद शिखर का कण कण प्रति एक जैन के लिए पूजनीय वंदनीय है सूचना के अधिकार के तहत केंद्रीय वन मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार पारसनाथ तीर्थराज को इको सेंसिटिव जोन में घोषित किये जाने से पूर्व झारखण्ड सरकार या वन मंत्रालय द्वारा कम से कम दो राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्रों और एक स्थानीय भाषा के समाचार पत्र में आरंभिक अधिसूचना प्रकाशित किये जाने के साथ मधुवन में सैंकड़ो वर्षों से कार्यरत जैन संस्थाओं को कॉपी उपलब्ध नहीं करायी गयी जिसके विरोध में विश्व जैन संगठन पंजी. द्वारा दिनांक 17 मार्च 2022 को केन्द्रीय वन मंत्रालय और झारखण्ड सरकार को इसे रद्द करने हेतु याचिका भेजी गयी मंत्रालय द्वारा कोई भी कार्यवाही न करने पर विश्व जैन संगठन द्वारा 26 मार्च 2022 , 6 जून 2022 और 2 अगस्त 2022 को देशव्यापी शांतिपूर्ण विरोध हदेश भर से जैन संस्थाओं और जैन बंधुओं द्वारा किया गया और आपको पत्र लिखकर कार्यवाही हेतु निवेदन किया गया लेकिन याचिकाओं पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी गत 15 जनवरी 2022 को पारसनाथ पर्वतराज पर हजारों लोगों की भीड़ चढ़ी लेकिन पर्वतराज की सुरक्षा और पवित्रता हेतु स्थानीय पुलिस व प्रशासन की कोई व्यवस्था नहीं थी , जिसके कारण अजैन लोगो ने पवित्र जैन तीर्थकर मोक्षस्थलियो पर जूते चप्पल के साथ बैठकर उनका अपमान किया जिसकी विडियो वायरल होने पर सकल जैन समाज में आक्रोश पैदा हुआ और दिनांक 27 जनवरी 2022 को विश्व जैन संगठन के साथ अनेको जैन संस्थाओं ने आपको मांस मदिरा बिक्री मुक्त पारसनाथ पर्वतराज व मधुवन को पवित्र " जैन तीर्थ स्थल " घोषित किये जाने और पर्वत पर जाने वाले यात्रियों के पंजीकरण , सीसीटीवी कैमरे यात्रियों जीवानाम् सामान की जांच हेतु स्कैनर व सीआरपीएफ के साथ दो चेक पोस्ट स्थापित किये जाने पर्वत की वंदना मार्ग को अतिक्रमण मुक्त कराने और शुद्ध पेयजल व चिकित्सा आदि सुविधाए उपलब्ध कराने हेतु याचिका भेजी गयी लेकिन जैन समाज की मांगों पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी और यह अल्पसंख्यक जैन समाज के साथ घोर अन्याय है राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग द्वारा भी पत्र दिनांक 24 मार्च 2022 द्वारा भी संगठन को समस्त जैन समाज के उपरोक्त विषयों पर झारखंड सरकार और केंद्रीय वन मंत्रालय को कार्यवाही करने हेतु लिखने की जानकारी दी गयी थी लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी शास्वत जैन तीर्थराज श्री सम्मेद शिखर के संरक्षण पवित्रता और स्वतंत्र पहचान की मांग हेतु विश्व जैन संगठन ( पंजी ) द्वारा रविवार , 11 दिसम्बर 2022 को नई दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आयोजित होने जा रहे विशाल देशव्यापी सम्मेद शिखर बचाओ आन्दोलन के समर्थन में शिकारपुर जैन समाज द्वारा विशाल रैली और विरोध सभा का आयोजन किया गया और सर्वसम्मति से उपरोक्त विषय में लिखित मांगो पर आपसे कार्यवाही किये जाने हेतु निवेदन करने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया राष्ट्रपति से मांग करते हुए कहा है कि संज्ञान लेकर तुरन्त कार्यवाही करने के आदेश जारी कर अल्पसंख्यक जैन समाज के साथ न्याय करेंगे इस अवसर पर सुनील जैन, मनोज जैन, मधु जैन, सोनिया जैन, गजेंद्र जैन, हितेश जैन, विपुल जैन, यश जैन, विकास जैन, दीनू जैन, पदम् जैन, सुमत जैन, नीमू जैन, आदिश्वर प्रसाद जैन, गीता जैन, मुकेश जैन, आदि लोग उपस्थित रहे ।


