लैंकों में रोजगार का वादा झूठा निकलने पर आसपास के आधा दर्जन गांवों के लोगों ने बनाई रणनीति
मुख्यमंत्री रमन सिंह के निर्वाचन मुख्यालय में बेरोजगारी के मुद्दे पर केवल लालीपाप दिए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश है

कई मुद्दों पर चर्चा कर ग्रामीणों ने लिया फैसला, चवेली में लगी चौपाल, विकास यात्रा का होगा घेराव
राजनांदगांव। मुख्यमंत्री रमन सिंह के निर्वाचन मुख्यालय में बेरोजगारी के मुद्दे पर केवल लालीपाप दिए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश है। चवेली में रविवार को एकजुट होकर ग्रामीणों ने चौपाल लगाकर फैसला लिया है कि वे लोग मुख्यमंत्री के विकास यात्रा का घेराव करेंगे। इसके लिए करीब आधा दर्जन गांव के लोगों ने अपनी सहमति भी दे दी है।
रविवार को जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुरेंद्र दाऊ के नेतृत्व में ग्राम चवेली में पेड़ के नीचे चौपाल लगी। इस दौरान करीब सवा सौ ग्रामीण और आसपास के गांव के प्रमुख लोगों ने बैठक में हिस्सा लिया। बैठक का मुख्य मुद्दा था कि लैंकों के नाम पर मुख्यमंत्री रमन सिंह के क्षेत्र में किसानों से जमीन ली गई।
लेकिन, उनके और उनके परिवार के लोगों को ना तो यहां नौकरी मिली और ना ही मुआवजा। सैकड़ों एकड़ जमीन लेने के बाद भी लैंकों प्रबंधन ने गांव के एक आदमी को भी परमानेंट रोजगार नहीं उपलब्ध कराया। इसके चलते ग्रामीणों में आक्रोश है।
चौपाल लगाए जाने के दौरान उपाध्यक्ष सुरेंद्र दाऊ से लोगों ने सीधी चर्चा की और गांव में विकास के नाम पर केवल कागजी घोड़े दौड़ाए जाने की बात को बताया। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में शौचालय निर्माण का पैसा नहीं दिया गया है।
वहीं सूखा राहत की राशि भी नहीं दी गई। इसके चलते ग्रामीणों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है, वे आज कर्ज तले दबे हुए हैं। वहीं लैंकों प्रबंधन के रोजगार नहीं दिए जाने से उनमें काफी नाराजगी है।
मुख्यमंत्री के निर्वाचन मुख्यालय में चवेली, महरूमखुर्द, डुमरडीह, डंगनिया सहित आसपास के आधा दर्जन गांवों के करीब सौ लोगों ने उपाध्यक्ष वैष्णव के नेतृत्व में कांग्रेस प्रवेश कर लिया है।


