कांग्रेस सबसे पुरानी पार्टी, खत्म करने की कोशिश में लोग खत्म हो गए
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 133वें स्थापना दिवस पर प्रदेश के ब्लॉक स्तर पर झंडा फहराया गया

नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 133वें स्थापना दिवस पर प्रदेश के ब्लॉक स्तर पर झंडा फहराया गया।
प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने भाजपा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इशारों में कहा कि हमारी पार्टी न मिटने वाली पार्टी है, क्योंकि अंग्रेजों ने इस पार्टी को खत्म करने की कोशिश की और वे खुद हमारे देश से खत्म हो गए। दूसरी ओर आरएसएस जो कांग्रेस को खत्म करना चाहती है वह भी एक दिन खुद खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अन्य पार्टियों में सबसे पुरानी है और आज हम कांग्रेस के 133वें स्थापना दिवस को मना रहे हैं जो कि हमारे लिए बड़े गर्व की बात है।
श्री माकन ने कहा कि कांग्रेस है कि ''कुछ बात है कि हस्ती मिटती नही हमारी, सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-जमां हमारा''। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भारत के इतिहास में कई बार हुआ है कि कई ऐसी नई पार्टियां व गठबंधनों को देश की जनता ने सत्ता संभालने का अवसर दिया है परंतु ध्यान देने वाली बात है यह है कि जब जब ऐसा मौका आया है तब तब सबसे ज्यादा दलित और गरीब वर्ग पीडि़त हुआ और उसके पश्चात देश की जनता कांग्रेस को पूर्ण बहुमत देकर सत्ता में लाई है। कांग्रेस पार्टी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरु, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी व श्रीमती सोनिया गांधी ने सींचा है। अजय माकन ने बाल्मीकि बस्ती, पंचकुईयां रोड़ पर आयोजित कांग्रेस स्थापना दिवस के कार्यक्रम में झंडा फहराया।
कांग्रेस के नेताओं का इतिहास देश की सेवा का इतिहास बताते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने आजादी से पहले और आजादी के बाद देश के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। कांग्रेस, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में आगे बढ़ेगी और हम मिलकर गरीबों के विकास के लिए कार्य करेंगे।
श्री माकन ने कहा कि मेरे एनडीएमसी के चैयरमेन के कार्यकाल के दौरान हमने बहुत सारे कार्य किए जिसमें 500 दिन पूरे होने पर कर्मचारियों को नियमित किया जाना जैसे महत्वपूर्ण कार्य भी थे। उन्होंने कहा कि इस समय जब दिल्ली में आप पार्टी की दिल्ली सरकार है और केन्द्र में भाजपा की सरकार है ऐसे समय में एनडीएमसी के द्वारा एनडीएमसी के क्षेत्र में रहने वाले गरीब लोगों के सरों से छत छीने जाने के प्रयास किए जा रहे है। एनडीएमसी में अनुकम्पा के आधार पर कर्मचारियां के आश्रितों को नौकरी नही दी जा रही है दिल्ली से बाहर के लोगों को एनडीएमसी में नौकरी देकर दिल्ली के लोगों के हक को छीना जा रहा है।


