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खली को देखने लोगों का उमड़ा हुजूम

वर्ल्ड रेसलिंग डब्ल्यू डब्ल्यू ई में भारत की धमक रखने वाले द ग्रेट खली आज अंबिकापुर पहुंचे

खली को देखने लोगों का उमड़ा हुजूम
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सिंगरौली जाते हुए अम्बिकापुर में थोड़ी देर के लिए रुके थे
अंबिकापुर। वर्ल्ड रेसलिंग डब्ल्यू डब्ल्यू ई में भारत की धमक रखने वाले द ग्रेट खली आज अंबिकापुर पहुंचे। खली के आने की खबर लोगो को लग गई और अंबिकापुर सर्किट हाउस में देखते देखते लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। दरअसल खली राजधानी रायपुर से दुर्ग-अंबिकापुर टे्रन से सिंगरौली जाने के लिए अंबिकापुर रेलवे स्टेशन पहुंचे और स्टेशन में खली की देखते ही खबर आग की तरह पूरे प्रदेश में फैल गई।

दिलीप सिंह उर्फ द ग्रेट खली ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से हुई बात छत्तीसगढ़ में रेसलिंग के लिए हर मदद को तैयार हैं। यहां रेसलिंग की रूपरेखा बनाने खली फिर आयेंगे छत्तीसगढ़ कभी अंडरटेकर हुआ करता था चुनौती और उसे हराया,रेसलिंग भारत का गेम है यहां से विदेश ले जाकर उसे नए रूप में बना दिया गया है। यहां के युवाओं में रेसलिंग की अपार संभावनाएं है वो देश के हर गांव से रेसलर निकालना चाहते हैं। वर्ल्ड की सबसे बड़ी रेसलिंग एकेडमी पंजाब में चालते है खली, अंबिकापुर उच्च विश्रामगृह में खली के नास्ते में क्या-क्या मंगाया गया, 40 अंडे, 2 किलो सेव, 2 दर्जन केला, 5 लीटर दूध, मेष से मिली जानकारी के अनुसार खली के नास्ते के लिए इतने आइटम मंगाए गए थे। बहरहाल विषालकाय षरीर के धनी खली की सुरक्षा व्यवस्था में सरगुजा पुलिस तैनात रही इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू, सीएसपी आर.एन. यादव, प्रोवेज्नल डीएसपी दीपक मिश्रा, गांधीनगर निरिक्षक इमानुएल लकड़ा, कोतवाली निरीक्षक विनय सिंह बघेल सहित पुलिस बल तैनात किया गया था।

छत्तीसगढ़ में बहुत जल्द विश्व स्तरीय रेसलिंग होगी मेरी कल सीएम रमन सिंह से मुलाकात हुई है, और उन्होंने ना केवल मेरा उत्साह बढ़ाया बल्कि प्रोत्साहित किया कि, मैं प्रदेश में भी रेसलरों की संभावनाएं तलाशूं। उन्होंने कहा कि आप प्रदेश में विश्व स्तरीय प्रतियोगिता कराईए, सरकार हर संभव मदद करेगी। द ग्रेट खली के उपनाम से मशहूर डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियन दिलीप सिंह राणा ने उक्ताशय की जानकारी स्थानीय सर्किट हाउस में चर्चा के दौरान दी। द ग्रेट खली मध्यप्रदेश के सिंगरोली में एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जाते वक्त फ्रेश होने के लिए अंबिकापुर रूके थे। वे सुबह ट्रेन से अंबिकापुर पहुंचे और फिर सड़क मार्ग से सिंगरोली के लिए रवाना हो गए।खली ने कहा रेसलिंग किसी विदेश की धरती का खेल नहंी है यह पूरी तरह भारतीय कला हिंदुस्तानी खेल है, हमने वक्त पर कद्र नहीं की, और विदेष ने इसे अपनाया, हालांकि अब समय बदल रहा है, मेरे बाद कई खिलाड़ी अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी जगह बना रहे हैं, मैंने खुद विश्व स्तर की कोचिंग शुरू की है, जिसमें केवल लड़के ही नहीं लड़कियां भी आ रही हैं। खली का आगमन गोपनीय रखा गया था, लेकिन ट्रेन में ही उन्हें कई लोगों ने देख लिया और सोषल नेटवर्क पर तस्वीरें वायरल हो गई। सर्किट हाउस से निकलते निकलते प्रशंसकों की भीड उमड़ गई।


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