खट्टर सरकार की आर्थिक नीतियों से लोग परेशान: डॉ. तंवर
हरियाणा पर कर्ज का बोझ जो वर्ष 2013-14 में 79600 करोड़ रूपए था वर्ष 2016-17 तक बढ़ कर 144100 करोड़ रूपए हो गया है

चंडीगढ़। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद डॉ. अशोक तंवर ने कहा है कि राज्य की मनोहर लाल खट्टर सरकार की नीतियों ने ऐसी आर्थिक स्थिति उत्पन्न कर दी है जिसके कारण आम लोग न केवल परेशान हैं बल्कि अमीर-गरीब के बीच की खाई और अधिक बढ़ गई है।
डॉ. तंवर ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि हरियाणा पर कर्ज का बोझ जो वर्ष 2013-14 में 79600 करोड़ रूपए था वर्ष 2016-17 तक बढ़ कर 144100 करोड़ रूपए हो गया है जिसके परिणामस्वरूप राज्य में प्रति व्यक्ति कर्ज क्रमश: 31338 रूपए से बढ़ कर 56732 रूपए पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा देश के नीति आयोग की सूचना पर आधारित है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि वर्ष 2017-18 और 2018-19 के आंकड़े आने पर तो राज्य में प्रति व्यक्ति राशि में भारी भरकम वृद्धि होने वाली है। उन्होंने कहा कि यह किसी को भी नहीं मालूम है कि सरकार ने यह पैसा कहां खर्च किया।
उन्होंने राज्य सरकार पर जनता का पैसा सरस्वती नदी की खोज और अन्य गैरजरूरी कार्यक्रमों पर खर्च करने का भी आरोप लगाया।
डा0 तंवर के अनुसार राज्य सरकार ने स्वच्छता अभियान और शौचालय बनाने के प्रचार पर तो सरकारी खाजाना लुटा दिया लेकिन हकीकत में ये योजनायें कागजों तथा प्रचार सामग्री तक ही सीमित रह गई हैं।
उन्होंने दावा किया कि अब प्रशासन के लिए नित दिन का खर्च जुटाना भी मुश्किल हो रहा है और राज्य सरकार ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी है कि अस्पतालों, स्कूलों और कालेजों जैसी संस्थानो का संचालन करना मुश्किल हो गया है।
सरकार राज्य में बेरोजगारी की समस्या भी दूर करने में विफल रही है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा राज्य सरकार ने ऐसे आर्थिक हालात पैदा कर दिये हैं जिससे राज्य में अगले विधानसभा चुनावों के बाद बनने वाली नई सरकार के समक्ष मुश्किलें आएंगी।


