पीडीपी के नेता नईम अख्तर को इलाज के बाद भेजा गया जेल
पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेता नईम अख्तर को अस्पताल से वापस जेल भेज दिया गया है

श्रीनगर। पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेता नईम अख्तर को अस्पताल से वापस जेल भेज दिया गया है। उन्हें 14 जनवरी को बेहोश होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार के प्रवक्ता के रूप में कार्य करने वाले नईम अख्तर को जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनावों में मतगणना से कुछ दिन पहले 21 दिसंबर को उनके घर से गिरफ्तार किया गया था।
उन्हें एमएलए अस्पताल में रखा गया था, जिसे पिछले साल पांच अगस्त को राज्य कों दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने तथा अनुच्छेद 370 और 35 ए को निरस्त करने के बाद उप-जेल में बदल दिया गया था। कई पूर्व मंत्रियों, विधायकों और वरिष्ठ नेताओं को इसमें नजरबंद रखा गया था। नईम अख्तर 14 जनवरी को लगभग 40 मिनट तक कमरे में बेहोश रहें जिसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उन्हें फिर से उप-जेल एमएलए अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। नईम अख्तर की बेटी शहरयार खानम ने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर कहा, “मृत्यु के काफी निकट पहुंचने के बाद अस्पताल में भर्ती किये गये मेरे पिता को वापस जेल भेज दिया गया है और घर नहीं भेजा गया है। अगर उनके साथ कुछ होता है तो सरकार इसकी जिम्मेदार होगी और वह प्रत्येक व्यक्ति भी जाे उनके उत्पीड़न का सहयोगी है। कामना करती हूं कि उनके प्रियजनों को कभी इसे नहीं गुजरना पड़े।”
उन्होंने 14 जनवरी को ट्वीट किया, “ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कम से कम इतना शिष्टाचार दिखाया कि आधी रात के आसपास मुझे सूचित किया कि मेरे पिता को 40 मिनट तक बेहोश रहने के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया है। वह बाल बाल बच गये हैं। वह कुछ दिन पहले तक पूरी इमारत में अकेले थे और हम उनके साथ नजरबंद अन्य लोगों के प्रति आभारी हैं।”
नईम अख्तर उन सैकड़ों मुख्यधारा के नेताओं के साथ शामिल थे जिन्हें पिछले साल पांच अगस्त को हिरासत में लिया गया था जब केन्द्र सरकार ने राज्य से अनुच्छेद 370 और 35-ए को निरस्त किया और राज्य को दो केन्द्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख के रूप में विभाजित किया था।


